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IPO में लंबे समय तक इंवेस्ट नहीं करते लोग, 54% निवेशकों ने अपने IPO शेयर बेचे, 70% यूपी, राजस्थान और गुजरात से हैं

सेबी ने ये अध्ययन अप्रैल 2021 से दिसंबर 2023 के बीच किया। इसमें बाजार नियामक ने 144 मेनबोर्ड IPO पर निवेशकों के लेन-देन का अध्ययन किया।

IPO में लंबे समय तक इंवेस्ट नहीं करते लोग, 54% निवेशकों ने अपने IPO शेयर बेचे, 70% यूपी, राजस्थान और गुजरात से हैं

IPO में निवेश करने वाले निवेशक लिस्टिंग के एक हफ्ते के अंदर ही अपने 54% शेयर बेच देते हैं। जबकि लिस्टिंग के एक साल के अंदर ये संख्या 70% तक पहुंच जाती है। बाजार नियामक सेबी के एक अध्ययन में ये बात सामने आई है। सेबी के अध्ययन के अनुसार, निवेशकों ने सबसे पहले उन शेयरों को बेचा जिनकी कीमत बढ़ी और जिनकी कीमत घटी उन्हें अपने पास रखा। सेबी ने ये अध्ययन अप्रैल 2021 से दिसंबर 2023 के बीच किया। इसमें बाजार नियामक ने 144 मेनबोर्ड IPO पर निवेशकों के लेन-देन का अध्ययन किया।

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सेबी की स्टडी
सेबी के एक अध्ययन के अनुसार, व्यक्तिगत निवेशकों ने लिस्टिंग के एक हफ्ते के अंदर ही अपने मिले शेयरों में से 50.2% शेयर बेच दिए। जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों ने 63.3% शेयर और खुदरा निवेशकों ने 42.7% शेयर बेचे। दिलचस्प बात ये है कि व्यक्तिगत निवेशकों ने मूल्य के लिहाज से 70% शेयर एक साल के अंदर ही बेच दिए।

म्यूचुअल फंड की गणित
म्यूचुअल फंड IPO शेयरों में लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, जबकि बैंक उन्हें जल्दी बेच देते हैं। म्यूचुअल फंड ने एक सप्ताह के अंदर लगभग 3.3% शेयर बेचे, जबकि बैंकों ने 79.8% शेयर बेचे।

कैसे मिलता है रिटर्न
अध्ययन के अनुसार, रिटर्न का बिक्री पर असर पड़ा। जब एक हफ्ते के अंदर IPO पर रिटर्न 20% से अधिक था, तो खुदरा निवेशकों ने मूल्य के हिसाब से 67.6% शेयर बेचे। इसके विपरीत, जब रिटर्न नेगेटिव था, तो निवेशकों ने मूल्य के हिसाब से केवल 23.3% शेयर बेचे।

डीमैट खातों की बढ़ती संख्या
IPO भागीदारी में वृद्धि डीमैट खातों की बढ़ी हुई संख्या के आधार पर देखी जा सकती है। अध्ययन के अनुसार, अप्रैल 2021 से दिसंबर 2023 के बीच IPO के लिए आवेदन करने वाले लगभग आधे डीमैट अकाउंट कोविड के बाद की अवधि 2021-2023 के दौरान खोले गए थे।

किस राज्य में कितने निवेशक
राज्यों की बात करें तो गुजरात के खुदरा निवेशकों को 39.3% आवंटन मिला। इसके बाद महाराष्ट्र (13.5%) और राजस्थान (10.5%) का स्थान रहा। आपको बता दें कि ये अध्ययन अप्रैल 2021 से दिसंबर 2023 के बीच किया गया। इसमें 144 मेनबोर्ड IPO पर निवेशकों के व्यवहार का अध्ययन किया गया।