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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कहानी, घायल फरहा की जुबानी, बच्चों को बचाने में खाई गोलियां

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में  हुए आतंकी हमले में घायल हुई फरहा खान ने आपबीती सुनाई। वो गुरुवार को जयपुर पहुंची। उन्होने बताया कि आतंकी हमले में उनके पति तबरेज गंभीर रुप से घायल हो गये हैं जिनका इलाज चेन्नई में चल रहा है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कहानी, घायल फरहा की जुबानी, बच्चों को बचाने में खाई गोलियां

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में  हुए आतंकी हमले में घायल हुई फरहा खान ने आपबीती सुनाई। वो गुरुवार को जयपुर पहुंची। उन्होने बताया कि आतंकी हमले में उनके पति तबरेज गंभीर रुप से घायल हो गये हैं जिनका इलाज चेन्नई में चल रहा है। दोनों पति-पत्नी जयपुर के ब्रह्मपुरी इलाके के रहने वाले हैं। दोनों अपने बच्चों के साथ कश्मीर घूमने गए थे। वह सभी एक रिजॉर्ट में रुके हुए थे। 19 मई को आतंकियों ने रिजॉर्ट पर हमला कर फायरिंग कर दी, जिसमें दोनों लोग घायल हो गए। फरहा के कंधे में गोली लगी। वहीं, उनके पति तबरेज की आंखों में गंभीर चोट आई।

आतंकी हमले को भुला नहीं पा रहीं फरहा

फरहा को इलाज के बाद फ्लाइट के जरिए कश्मीर से दिल्ली लाया गया, जहां से जयपुर उनके घर भेजा गया। इस दौरान उनके परिजन साथ रहे। आतंकी हमले से फरहा बुरी तरह डरी हुई है। वह बार-बार उस मंजर को याद कर सिहर जाती है। अभी भी वह उस हमले को भुला नहीं पा रही है। उस दिन क्या हुआ और वह कैसे इस हमले की चपेट में आए, इसके बारे में फरहा ने सब कुछ बताया।

गर्मियों की छुट्टी मनाने गई थी कश्मीर

फराह ने बताया कि गर्मियों की छुट्टियों में वह अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गई थी। 19 मई को वह पहलगाम में एक रिजॉर्ट में वो रुके हुए थे। दिन में पहलगाम घूमने के बाद वह शाम को रिजॉर्ट आ गए। रात में परिवार के लोग एक साथ बैठकर खाना खा रहे थे। उनके बच्चे बाहर थे। इस दौरान उन्हें कुछ आवाज सुनाई दी। उन लोगों ने सोचा कि यह आवाज तारों की टकराने की होगी। लेकिन, जब उन्होंने देखा कि बाहर आतंकी हमला हुआ है और गोलियां चल रही हैं, वह तुरंत बच्चों को बचाने के लिए भागे।

जब खाना खाते समय हुआ आतंकी हमला

फरहा और उनके शौहर तबरेज जब बाहर बच्चों को बचाने आए तो वह आतंकियों की फायरिंग की चपेट में आ गए। फरहा ने बताया कि दोनों को आतंकियों की गोली लग गई। उनके कंधे और पति तबरेज की आंखों में गंभीरे चोटे आईं। हमले से वह बुरी तरह घबरा गए और जोर-जोर से चिल्लाने लगे। फायरिंग करने के बाद आतंकी वहां से फरार हो गए। फरहा कहती हैं कि घटना के बाद स्थानीय लोगों और पुलिस ने उनकी बड़ी मदद की। उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहां उसका इलाज किया गया। तबरेज की आंखों में गंभीर चोट आने पर उन्हें चेन्नई रेफर कर दिया। फरहा ने सरकार से अपने पति के लिए आंखें डोनेट कराने की मांग की है।