Kedarnath Dham में बढ़ी भक्तों की संख्या और घटी पशुओं की मौतें, पशुपालन मंत्री उत्तराखंड ने जताया PM मोदी का आभार
Kedarnath Dham: उत्तराखंड केदारनाथ धाम में भक्तों की संख्या बढ़ने और पशुओं की मौत घटने को लेकर पशुपालन मंत्री ने मीडिया को जानकारी दी। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की भी आभार प्रकट किया।
उत्तराखंड केदारनाथ धाम में भक्तों की संख्या बढ़ने और पशुओं की मौत घटने को लेकर पशुपालन मंत्री ने मीडिया को जानकारी दी। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की भी आभार प्रकट किया।
बाबा केदार के हो रहे अच्छे दर्शन
केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी व्यवस्थाओं के बीच बाबा केदार के दर्शन हो रहे हैं। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के साथ ही पशुओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। घोड़े-खच्चरों और हाॅकरों की निगरानी को लेकर पैदल पड़ावों में टीमें तैनात की गई हैं। सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं का प्रतिफल है कि अब तक साढ़े नौ लाख तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, जबकि पिछले वर्ष इस समय तक साढ़े छः लाख श्रद्धालु ही बाबा के दरबार में पहुंचे थे। इसका श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है।
रुद्रप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश के पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा पड़ावों में बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने को लेकर सरकार कटिबद्ध है। केदारनाथ धाम में मिल रही सुविधाओं से तीर्थयात्री खुश नजर आ रहे हैं और वे यहां से अच्छा संदेश लेकर जा रहे हैं। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पिछले वर्ष की यात्रा की बात की जाए तो अब तक की यात्रा में साढ़े छः लाख के करीब तीर्थयात्री पहुंचे थे, वहीं इस साल यह आंकड़ा साढ़े नौ लाख के पार हो गया है। इसका श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता हैै।
उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम के प्रति भक्तों की आस्था बढ़ती जा रही है। गौरीकुंड-केदारनाथ 19 किमी पैदल मार्ग पर शौचालय, पेयजल, स्वास्थ्य, बिजली सहित अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के साथ ही श्रद्धालुओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर 11 करोड़ की लागत से चार जगहों पर टिनशेड निर्माण किया गया है। इसके साथ ही अन्य कार्य भी हो रहे हैं। कहा कि पहले जहां पैदल यात्रा मार्ग पर पशुओं के लिए आराम करने की जगह नहीं थी, वहीं अब इन टिनशेडों के निर्माण से उन्हें आराम भी मिल रहा है। रूद्रा प्वाइंट, बड़ी लिनचोली, सोनप्रयाग व त्रियुगीनारायण मार्ग पर टिनशेड निर्माण किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग संचालित पशुओं पर टिटनेस के टीके लगाए गए हैं, जबकि पहली एंटी टिटनेस के इंजेक्शन भी लगाए गए हैं, जिससे घोड़े-खच्चरों की मौत में भी कमी आई है। पशुओं पर टैग लगाए हैं और छः स्कैनर अधिकारियों को दिए गए हैं। इससे रजिस्टर्ड घोड़े की पहचान हो रही है। यात्रा मार्ग पर 24 घंटे गर्म पानी की व्यवस्था गौरीकुंड में की गई है, जबकि तीन और जगहों पर गर्म पानी की व्यवस्था की जा रही है। बताया कि जहां पिछली यात्रा में अब तक की यात्रा में 68 पशुओं की मौत हुई थी, वहीं इस वर्ष की यात्रा में अब तक 35 घोड़े-खच्चरों की मौत हुई है। पशुओं की मृत्यु दर में पचास प्रतिशत की कमी आई है। पशुपालन मंत्री ने बताया कि बीमार व चोटिल पशुओं के संचालन पर रोक लगाई गई है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ के लिए रोपवे निर्माण होने के बाद पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों का दबाव कम होगा।
मानूसन को लेकर अलर्ट मोड़ पर प्रशासन
रुद्रप्रयाग। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि आगामी मानसून को देखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड़ पर रहने को कहा गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग के स्लाइड जोन एरिया को चिन्हित कर यहां पहले से ही तैयारियां की जा रही हैं। बरसाती सीजन में यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के साथ ही श्रद्धालुओं को कोई भी परेशानी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा केदारनाथ और बद्रीनाथ हाईवे पर भी सुरक्षा जवानों के साथ मशीनें तैनात करने को लेकर कहा गया है। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं।
बाइट- सौरभ बहुगुणा ( पशुपालन मंत्री)
रिपोर्ट- सुधीर पाल