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भारत में डिजिटल भुगतान की बाढ़, UPI के लेनदेन में 58% की बढ़त, वैश्विक आंकड़ों ने चौंकाया

ग्लोबल पेमेंट्स हब पेसिक्योर द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने भारत में डिजिटल लेनदेन में एक नई ऊंचाई छू ली है। अप्रैल से जुलाई 2024 के बीच, UPI के माध्यम से 81 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ, जिसमें सालाना आधार पर 37% की वृद्धि देखी गई।

भारत में डिजिटल भुगतान की बाढ़, UPI के लेनदेन में 58% की बढ़त, वैश्विक आंकड़ों ने चौंकाया

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) भारत में डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आया है। अप्रैल से जुलाई 2024 की अवधि में, UPI के माध्यम से 81 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ, जिसमें सालाना आधार पर 37% की वृद्धि दर्ज की गई है।

ग्लोबल पेमेंट्स हब पेसिक्योर द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, UPI के माध्यम से प्रति सेकंड औसतन 3,729.1 लेनदेन हो रहे हैं, जो कि 2022 में 2,348 लेनदेन प्रति सेकंड था। इस अवधि में UPI लेनदेन की संख्या में 58% का इजाफा हुआ है।

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डिजिटल भुगतान मामले में भारत आगे 

इस आंकड़े से स्पष्ट होता है कि डिजिटल भुगतान के मामले में UPI भारतीय उपभोक्ताओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह वृद्धि न केवल कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देती है, बल्कि वित्तीय समावेशन के प्रयासों में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

आंकड़ों के मुताबिक, UPI लेनदेन की संख्या के मामले में भारत ने चीन के अलीपे, अमेरिका के पेपाल, और ब्राजील के पिक्स जैसी वैश्विक भुगतान प्रणालियों को काफी पीछे छोड़ दिया है। जुलाई 2024 में, UPI के माध्यम से कुल 20.6 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ, जो अब तक का सबसे बड़ा मासिक आंकड़ा है।

भारत में UPI का उपयोग बढ़ा 

यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत में UPI का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है और यह प्रणाली देश में डिजिटल भुगतान का प्रमुख साधन बन गया है। इतना ही नहीं, UPI से होने वाले लेनदेन की कुल वैल्यू लगातार तीन महीनों से 20 लाख करोड़ रुपये के ऊपर बनी हुई है, जो इस प्रणाली की बढ़ती लोकप्रियता और उपभोक्ताओं की बढ़ती निर्भरता को दर्शाता है।

UPI का यह प्रभावशाली प्रदर्शन वैश्विक मंच पर भारत की मजबूत उपस्थिति को दर्शाता है और यह इंगित करता है कि डिजिटल भुगतान के मामले में भारत अब अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

डिजिटल लेनदेन में भारत आगे 

पेसिक्योर द्वारा जारी किए गए नवीनतम डेटा के अनुसार, भारत डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी है। इस रिपोर्ट में, पेसिक्योर ने दुनिया भर के 40 प्रमुख वैकल्पिक भुगतान विधियों का विश्लेषण किया और पाया कि भारत में लगभग 40 फीसदी लेनदेन डिजिटल माध्यम से किए जाते हैं।

भारत का यह प्रदर्शन वैश्विक डिजिटल भुगतान परिदृश्य में इसे शीर्ष स्थान पर रखता है। विशेष रूप से, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को डिजिटल भुगतान के लिए सबसे पसंदीदा तरीका माना जा रहा है। UPI की आसान और त्वरित लेनदेन प्रक्रिया ने इसे भारत में एक प्रमुख भुगतान साधन बना दिया है।