घर पर स्ट्रेच मार्क्स को कैसे हल्का करें? एक्सपर्ट द्वारा बताए गए घरेलू नुस्खों को आजमाएं
स्ट्रेच मार्क्स एक आम समस्या है जिसकी शिकायत कई महिलाएं करती हैं। तेजी से वजन घटने या बढ़ने के कारण त्वचा पर ये निशान अक्सर कई महिलाओं के लिए असुरक्षा का एक बड़ा स्रोत होते हैं। हालांकि, अगर आप इन स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करना चाहते हैं, तो आप कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स क्या हैं?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, "स्ट्राइ या स्ट्रेच मार्क्स, डर्मिस के खिंचाव से जुड़े डर्मल निशान का एक रूप है। वे अक्सर वजन में तेजी से बदलाव (बढ़ने और घटने) के परिणामस्वरूप होते हैं या अंतर्जात या बहिर्जात कॉर्टिकोस्टेरॉइड से जुड़े होते हैं।" ये अक्सर प्रेगनेंट के दौरान या किसी भी मामले में बदलाव होते हैं जहां कोई तेजी से वजन घटाता या बढ़ाता है।
स्ट्रेच मार्क्स का कारण
स्ट्रेच मार्क्स शरीर के कई हिस्सों पर लाल या बैंगनी रंग की रेखाओं के रूप में दिखाई देते हैं। वे उभरे हुए दिखाई दे सकते हैं और आस-पास की त्वचा से बनावट में अगल हो सकते हैं। स्ट्रेच मार्क्स के कई कारणों में से कुछ निम्नलिखित हैं।
- वजन में भारी कमी या बढ़त
- प्रेगनेंट
- यौवन के दौरान तेजी से विकास
घर पर स्ट्रेच मार्क्स को 3 घरेलू इलाज से करें हल्के
हमने डॉक्टरों से स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करने के घरेलू इलाजों के बारे में जानकारी मिल सके। ये तीन घरेलू उपचार हैं जो स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करने में मदद कर सकते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करने के लिए मॉइस्चराइजर
डॉक्टर की जानकारी के अनुसार, "स्ट्रेच मार्क्स को रोकने में मदद के लिए, कोकोआ बटर, बादाम तेल और सेंटेला एशियाटिका युक्त मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये तत्व स्ट्रेच मार्क्स की संभावना को कम कर सकते हैं, हालांकि वे पूरी तरह से रोकने की गारंटी नहीं देते हैं।"
सेंटेला एशियाटिका
सेंटेला एशियाटिका या गोटा कोला एक ऐसा पौधा है, जो स्ट्रेच मार्क्स को रोकने और हल्का करने में मदद करता है। स्किन एक्सपर्ट के अनुसार, सेंटेला एशियाटिका युक्त मॉइस्चराइजर स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करने और रोकने में काफी मदद कर सकते हैं।
वजन रखें नियंत्रित
एक स्थिर वजन बनाए रखने और मांसपेशियों या वजन में अचानक बदलाव से बचने से स्ट्रेच मार्क्स से बचा जा सकता है। इन बदलावों के कारण कोलेजन टूट सकता है, जिससे स्ट्रेच मार्क्स का विकास बढ़ जाता है।