किंग कोबरा कितनी दूर तक देख सकता है? बार-बार जीभ निकालने का दूर दृष्टि से हैं रोचक संबंध!
सांप कितनी अच्छी तरह देखने में सक्षम है, ये उस सांप की प्रजाति पर निर्भर करता है। साथ ही उसका प्राकृतिक आवास में कहां रहता है, और क्या वह सतर्क है, जैसे कोबरा या किंग कोबरा, उनकी दृष्टि बहुत अच्छी होती है।
सांपों को सिर्फ भारत में जीव की तरह नहीं देखा जाता, बल्कि उसे सर्प देखता कहते हैं। सावन के पावन महीने में नाग पंचंमी जैसा पर्व मनाया जाता है। वहीं, जब बात कोबरा की आती है, तो ये खतरे, चालाकी और परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है।
सांप को लेकर कई लोग मानते हैं कि सांप की आंखें नहीं होती हैं, जबकि ऐसा नहीं है। सांपों की आंखें उनके सिर के ऊपरी हिस्से में होती है। वहीं, सरीसृप विशेषज्ञों का कहना है कि सांप और दूसरे जानवरों की आंख में बहुत फर्क हैं। सांप की आंख में छड़ और शंकु कोशिकाएं होती हैं, जिसकी वजह से वे दो डाइमेंशनल कलर (नीला और हरा) देखते हैं।
हालांकि ये भी कहा जाता है कि सांप कितनी अच्छी तरह देखने में सक्षम है, ये उस सांप की प्रजाति पर निर्भर करता है। साथ ही उसका प्राकृतिक आवास में कहां रहता है, और क्या वह सतर्क है, जैसे कोबरा या किंग कोबरा, उनकी दृष्टि बहुत अच्छी होती है।
किंग कोबरा और इंडियन कोबरा उस प्रजाति का सांप हैं, जिनकी निगाह सबसे तेज होती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सांप की ये दोनों प्रजातियां लगभग 330 फीट यानी कि 100 मीटर दूर तक चलते हुए व्यक्ति को देख सकती हैं।
हालांकि ये भी बताया गया है कि सांप की ज्यादातर प्रजातियां ऐसी हैं, जिनकी दृष्टि बेहद खराब होती है। यही वजह है कि वे अपने आस-पास का अंदाजा लगाने के लिए हर समय अपनी जीभ बाहर निकालते रहते हैं। ताकि महसूस कर सकें कि उनके आसपास कोई जानवर, शिकार या कोई इंसान तो नहीं है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सांप की कई प्रजातियां रात के समय शिकार के लिए निकलती हैं। इस वजह ये है कि उन्हें दिन में सूरज की रोशनी के मुकाबले रात में ज्यादा बेहतर दिखाई देता है। भारत में पाया जाने वाला कॉमन करैत इन्हीं में से एक है। ये सांप रात में शिकार को निकलता है और कई बार इंसान के बिस्तर में घुसकर काट लेता है।