राजस्थान की बंधेज साड़ियों की बात है निराली
राजस्थान का कल्चर जितना फेमस है, उतने ही फेमस हैं यहां के गहने और कपड़े. लाख की रंग बिरंगी चूड़ियों के साथ बंधेज या बांधनी साड़ियां सुहागिनों के लिए सोलह श्रंगार का हिस्सा मानी जाती हैं. राजस्थान की यह बांधनी साड़ियां विश्व प्रसिद्ध हैं.
राजस्थान का कल्चर जितना फेमस है, उतने ही फेमस हैं यहां के गहने और कपड़े. लाख की रंग बिरंगी चूड़ियों के साथ बंधेज या बांधनी साड़ियां सुहागिनों के लिए सोलह श्रंगार का हिस्सा मानी जाती हैं. राजस्थान की यह बांधनी साड़ियां विश्व प्रसिद्ध हैं. यह साड़ियां देखने में बेहद ही खूबसूरत होती हैं. रंग बिरंगी और चुनरी पैटर्न की यह साड़ियां हर किसी के मन को लुभाती हैं. इस प्रिंट की साड़ियां हर महिला की खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं, इसीलिए महिलाओं में इसके लिए प्यार किसी से छिपा नहीं है. साड़ियों में ढेर सारे कलर और पैटर्न मिल जाते हैं, इसमें बांधनी प्रिंट की अपनी फैन फॉलोइंग है. हर महिला इनको अपनी वार्डरॉब में जरूर शामिल करना चाहती है.
राजस्थान की कला की निशानी बांधनी साड़ी
ये रंग बिरंगी बांधनी साड़ियां राजस्थान की एक कला का ही हिस्सा हैं. साथ ही इनकी खासियत यह भी है कि ये साड़ियां कई सालों से फैशन में बनी हुई हैं. जो जल्दी फैशन ट्रेंड से गायब नहीं होतीं.
'बांधनी' शब्द को संस्कृत के 'बंदा' शब्द से लिया गया है, जिसका मतलब है 'टू टाई'. बांधनी टाई और डाई टेक्सटाइल का एक प्रकार है जिसे कपड़े को प्लीट्स और बाइंडिंग में पिंच करके तैयार किया जाता है. यह साड़ी भारत में मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ही तैयार की जाती है. बांधनी कला में कपड़ों को रंगना शामिल किया जाता है, जिससे कई पैटर्न में बहुत ही खूबसूरत बांधनी कपड़े, बांधनी साड़ी, सूट और दुपट्टे बनते हैं.
कीमत, फैब्रिक और डिज़ाइन
फैब्रिक की अगर बात करें तो इसका फैब्रिक काफी कंफर्टेबल होता है. जिसको पहनना भी काफी आसान होता है. राजस्थान में इसका लोकल मार्केट काफी बड़ा है. जहां से आसपास के राज्यों में भी इसका व्यापार होता है. डिमांड को देखते हुए बड़े ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर भी यह आसानी से उपलब्ध है.