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अलवर विवि पर पीएचडी छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप ! 2018 में एडमिशन लेने वालों को नहीं मिली पीएचडी

अलवर में 2018 में विश्वविद्यालय के नियमानुसार पीएचडी में जिन लोगों ने एडमिशन लिया था, उन्हें अब तक पीएचडी नहीं मिली है.

अलवर विवि पर पीएचडी छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप ! 2018 में एडमिशन लेने वालों को नहीं मिली पीएचडी

अलवर में 2018 में विश्वविद्यालय के नियमानुसार पीएचडी में जिन लोगों ने एडमिशन लिया था, उन्हें अब तक पीएचडी नहीं मिली है. अब तक वो 2021 में अपना काम जमा करवा चुके हैं. छात्र-छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय उन्हें कोई जवाब नहीं देता है. 2021 से लेकर अब तक कोई कागज भी नहीं दिया है. उनके शोध रोकने का कोई कागज विश्वविद्यालय के पास नहीं है. लेकिन इन्होंने मनमाने तरीके से शोध कार्य रोका हुआ है.
उन्होंने बताया जब जनवरी में धरना दिया था. इन्होंने कहा कि हम आपका काम एक महीने में शुरू कर देंगे. हमारी कोई मीटिंग है. उसके जरिये काम करवाएंगे. राज्यपाल से इन्होंने कमेटी पास करवाई है. जो इनके पास पिछले साल आ चुकी है. लेकिन मई 2024 हो गयी है. छात्र-छात्राएं लगातार डेढ़ महीने से चक्कर लगा रहे हैं लेकिन विवि की ओरक से टाला जा रहा है. उन्होंने बताया कि कभी कहते हैं जून, जुलाई के बाद आना, ऐसे करते करते सात साल खत्म हो गए हैं. यूजीसी करीब 7 साल का समय सत्यापन के लिए देती है. वो समय खत्म होने वाला है. उन्होंने बताया कि उनकी मांग है उनकी प्रक्रिया में डाला जाये. लेकिन विश्विद्यालय के पास कोई आदेश नहीं है प्रक्रिया रोकने के लिए. जो अब तक इन्होंने रोकी हुई है. छात्र छात्राओं का कहना है कि पांच सूत्रीय मांगे दी हुई हैं. उस पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक धरने पर बैठे रहेंगे.

रिपोर्ट- सुधीर पाल