Rajasthan सरकार का महिलाओं की सशक्त भागीदारी के लिए नई पहल, बांटे बीज मिनीकिट
राजस्थान सरकार ने महिला किसानों को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस योजना के तहत मूंग, मोठ, मक्का, ज्वार और बाजरा जैसी फसलों के मुफ्त बीज मिनीकिट का वितरण किया जा रहा है।
राजस्थान सरकार ने कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक नई पहल की है। इस योजना के तहत महिला किसानों को मूंग, मोठ, ज्वार, मक्का और बाजरा जैसी फसलों के मुफ्त बीज मिनीकिट दिए जा रहे हैं। सरकार का उद्देश्य महिलाओं को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और उनकी सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित करना है। इस पहल से राज्य की अर्थव्यवस्था में भी महिलाओं का योगदान बढ़ेगा, जोकि सरकार की बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है।
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24 लाख महिलाओं को बांटे मिनीकिट
कृषि आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने बताया कि यह योजना 2024-25 के बजट में घोषित की गई थी और इसका क्रियान्वयन अब शुरू हो चुका है। सरकार ने खरीफ 2024 के दौरान 24 लाख 58 हजार महिला किसानों को मिनीकिट मुफ्त में बांटे हैं। इन मिनीकिट में विभिन्न फसलों के बीज शामिल हैं, जिनमें मूंग की 4 किलोग्राम की 4 लाख मिनीकिट, मोठ की 4 किलोग्राम की 1 लाख मिनीकिट, ज्वार की 4 किलोग्राम की 89 हजार मिनीकिट, मक्का की 5 किलोग्राम की 10 लाख 79 हजार मिनीकिट और बाजरा की 1.5 किलोग्राम की 7 लाख 90 हजार मिनीकिट का वितरण किया गया है।
पात्रता के आधार पर किया वितरण
सरकार ने इस योजना में लाभार्थी महिला किसानों की पात्रता सुनिश्चित की है। प्राथमिकता के तहत एससी, एसटी, लघु एवं सीमांत किसान, राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, निशक्तजन और गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाली महिलाओं को चुना गया है। प्रत्येक महिला को सिर्फ एक मिनीकिट का पैकेट दिया गया है ताकि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंच सके।
कैसे प्राप्त करें मिनीकिट
मिनीकिट का वितरण संबंधित कृषि पर्यवेक्षक के माध्यम से किया जा रहा है। इसमें महिला किसानों को जन आधार कार्ड के माध्यम से पहचाना गया है और उन्हीं के आधार पर मिनीकिट दिए गए हैं। इस योजना से महिला किसानों को नई तकनीक और बेहतर खेती के साधनों से परिचित कराया जा रहा है, जिससे उनकी उपज में सुधार हो सके और वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें।