राजस्थान में आज मनाया गया सावन का पहला सोमवार, भगवान शिव से जुड़ा है रहस्य, जानिए क्या है वजह
In Rajasthan, first Sawan Somwar Today: राजस्थान के कुछ जिलों में सावन के महीने की शुरूआत कल यानी की रविवार 4 अगस्त से हुई है। मान्यता है कि इन जिलों में सावन के 15 दिन बीतने के बाद यहां सावन का महीना शुरु होता है।
In Rajasthan, first Sawan Somwar Today: राजस्थान के दक्षिणी-उत्तरी भाग के डूंगरपुर जिले के वागड़ में सावन के तीसरे सोमवार के साथ ही पहला सावन का सोमवार मनाया जा रहा है। इसके चलते यहां के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली है। बता दें कि श्रद्धालुओं ने भगवान शिव पर जलाभिषेक कर अपनी मनोकामनाएं मांगी।
आज से शुरू हुआ सावन का पहला सोमवार
राजस्थान के डूंगरपुर, बांसवाड़ा और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में कल यानि रविवार को हरियाली अमावस्या से सावन मास की शुरुआत मानी जाती हैं। इसके बाद आज सोमवार को यहां सावन का पहला सोमवार माना जाता है। सावन सोमवार होने के कारण शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने ब्रह्म मुहूर्त में ही मंत्रोच्चार के साथ भगवान शिव पर जलाभिषेक किया। साथ ही भगवान शिव को बेलपत्र और पुष्प अर्पित किए।
आज क्यों मनाया जा रहा सावन का पहला सोमवार
पंडितों के मुताबिक हिंदी मास की गणना शुक्ल पक्ष व कृष्ण पक्ष की तिथियों के एक चक्र पूरा होने की अवधि से चंद्रमा की घटती-बढ़ती कलाओं और उसके पूर्ण होने के आधार पर की जाती है। आपको बता दें कि ये तिथियां सभी जगह मान्य होती हैं। लेकिन वागड़ क्षेत्र में हिंदी वर्ष का एक माह 15 दिन बाद से शुरू होता है। यही कारण है कि अन्य स्थानों पर हिंदी माह की गणना पूर्णिमा से पूर्णिमा तक होती है,जबकि वागड़ क्षेत्र में अमावस्या से अमावस्या तक होती है। इस अंतर का यही कारण है। इसके अलावा वागड़ क्षेत्र में सावन माह 15 दिन बाद से शुरू होने के पीछे एक मुख्य कारण सूर्य की चाल और कर्क रेखा का यहां से गुजरना है।