Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

Jaipur News: हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष देवनानी, शिक्षकों को निभानी होगी गुरु की भूमिका

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी शनिवार को यहां राजापार्क स्थित दशहरा मैदान में आयोजित हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले में शिक्षक पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। देवनानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर शिक्षक पूजन समारोह का शुभारंभ किया।

Jaipur News: हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष देवनानी, शिक्षकों को निभानी होगी गुरु की भूमिका

जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि वर्तमान परिदृश्य में युवा पीढ़ी को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि ये शिक्षकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। शिक्षकों को युवा पीढ़ी में भारत की सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप भारतीय मूल्यों के साथ-साथ मानवता, सहनशीलता, धैर्य जैसे गुणों का विकास करने के लिए गुरु की भूमिका निभानी होगी।

इसे भी पढ़िये - Jaipur News: पर्यटन दिवस के अवसर पर अल्बर्ट हॉल में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सिएम ने की शिरकत, जानिए क्या कुछ खास

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी शनिवार को यहां राजापार्क स्थित दशहरा मैदान में आयोजित हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले में शिक्षक पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। देवनानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर शिक्षक पूजन समारोह का शुभारंभ किया।

जिसका स्तर मां जैसा हो वो है गुरु

देवनानी ने कहा कि जिसका स्तर मां जैसा हो, उसे गुरु कहते हैं। शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ संस्कार भी देने होंगे। उन्होंने कहा कि समग्र चेतना का जागरण समय की मांग है। भारतीय संस्कृति को कोई नष्ट नहीं कर सकता। शिक्षकों को युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़े रखने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे।

हमारे आदर्श महापुरुष और हमारी महान संस्कृति हैं

देवनानी ने कहा कि राष्ट्र सर्वोच्च है। ये भावना युवा पीढ़ी में बचपन से ही पैदा करनी होगी। जो युवाओं में ये भावना पैदा करता है, वही सच्चा शिक्षक है। उन्होंने कहा कि हमारे आदर्श हमारे महापुरुष और हमारी महान संस्कृति हैं। राष्ट्र के भविष्य को मजबूत बनाने के लिए मानवीय मूल्यों को आचरण में लाना होगा। देवनानी ने कहा कि पुनरुत्थानशील भारत का निर्माण भी राष्ट्र के मूल्यों से ही होगा।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत में अनादि काल से ही महिलाओं का सम्मान किया जाता रहा है। पर्यावरण संरक्षण हमारी संस्कृति है। भारतीय संस्कृति वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखती है। देवनानी ने शिक्षकों से बच्चों के जीवन को अच्छे संस्कारों से गढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने इंटरनेट के युग में भारतीय मूल्यों की आवश्यकता पर भी बल दिया।

ओम गुरुभ्यो नमः से गूंज उठा पांडाल

मुनि समत्व सागर ने शिक्षा में नैतिक मूल्यों के समावेश की आवश्यकता बताते हुए कहा कि शिक्षकों को स्वयं ऐसा आचरण प्रदर्शित करना चाहिए जिससे वे बच्चों से सम्मान प्राप्त कर सकें। समारोह में राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अल्पना कटेजा भी मौजूद थीं। फाउंडेशन के गुरुवंत सिंह कोठारी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने शिक्षकों को नमन किया। ओम गुरुभ्यो नमः से पांडाल गूंज उठा। इस दौरान बच्चों को माता-पिता, शिक्षकों, महिलाओं, पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्र के प्रति नैतिक जिम्मेदारियों को निभाने का संकल्प दिलाया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद थे।