भीलवाड़ा में हुआ बड़ा कांड!..गलियों से निकाला जुलूस, लोगों ने दुकानों के किए शटर डाउन, पढ़े पूरी खबर
इस फैसले के बाद हिंदू समुदाय के सभी लोग अपनी दुकानें बंद कर काली मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने भजन कीर्तन किया और सामुदायिक भोज का आयोजन किया.
राजस्थान के भीलवाड़ा में बीते दो दिन से माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। गणपति पंडाल पर हुए पथराव को लेकर हिंदू समुदाय के लोगों में रोष है, जिसके चलते उन्होंने बारावफात का जुलूस भी नहीं देखा और दुकानों का शटर डाउन कर मंदिर चले गए। इस दौरान प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुनसान सड़कों पर बारावफात का जुलूस निकाला गया।
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मामला भीलवाड़ा जिले के उपनगर सांगानेर का है, जहां गणेशोत्सव के दौरान गणपति पंडाल सजाए गए हैं। आरोप है कि दो दिन पहले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गणपति पंडाल पर पथराव किया था। जिसके बाद इलाके में माहौल गरमा गया। हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोग आमने-सामने आ गए। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करा दिया है।
शांतिपूर्ण तरीके से विरोध पदर्शन
लेकिन, हिंदू पक्ष के लोगों ने फिलहाल शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। गणपति पंडाल पर पथराव के बाद हिंदू समुदाय के लोगों ने अपने घरों के बाहर काली पट्टी बांधी है। साथ ही मामले में कार्रवाई के लिए रविवार शाम को प्रदर्शन भी किया गया। हिंदू समुदाय के लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर थाने का घेराव भी किया था. पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद देर रात तक दोनों पक्षों में समझौता नहीं हो पाया था. हिंदू समुदाय के लोगों ने आपस में फैसला लिया कि वे दूसरे समुदाय के लोगों के त्योहार नहीं देखेंगे.
इस फैसले के बाद हिंदू समुदाय के सभी लोग अपनी दुकानें बंद कर काली मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने भजन कीर्तन किया और सामुदायिक भोज का आयोजन किया. सांगानेर के पूर्व वार्ड पार्षद राजू जांगिड़ ने बताया कि हिंदू समुदाय के लोगों ने मुस्लिम त्योहारों का बहिष्कार करने का यह तरीका निकाला है. सभी लोग सामूहिक रूप से मंदिर पहुंचे और वहां भजन-कीर्तन और भोज का आयोजन किया गया.