डंपिंग यार्ड की गंदगी से परेशान गांव वालों ने मतदान का किया बहिष्कार
जैसलमेर, बड़ाबाग गांव में नगर परिषद जैसलमेर द्वारा ठोस कचरा संग्रहण केन्द्र (डम्पिंग यार्ड) बनाया हुआ है. जिसके कारण गांव वाले पिछले लंबे समय से प्रदूषण में जीवन व्यतीत करने के लिए विवश है. जिससे परेशान होकर गांव ने मतदान का बहिष्कार किया है.
बड़ाबाग गांव में नगर परिषद जैसलमेर द्वारा ठोस कचरा संग्रहण केन्द्र (डम्पिंग यार्ड) बनाया हुआ है. जिसके कारण गांव वाले पिछले लंबे समय से प्रदूषण में जीवन व्यतीत करने के लिए विवश है. जिससे परेशान होकर गांव ने मतदान का बहिष्कार किया है.
राजस्थान में दूसरे चरण के मतदान को लेकर लोगों के भीतर उत्साहा देखा जा रहा है. सुबह से 7 बजे से ही लोग अपने मतदान का प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन जैसलमेर के बड़ाबाग गांव में अभी तक एक भी वोट नही पड़ा. गांव के लोगों ने पूरी तरह से मतदान का बहिष्कार किया है. नगर परिषद द्वारा गांव में ठोस कचरा संग्रहण केंद्र (डंपिग यार्ड) बनाया गया है.जिसके कारण बड़ाबाग गांव के ग्रामवासी पिछले लंबे समय से प्रदूषण में जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर है. इसकी वजह से गांव के लोगों को कई तरह की बिमारियां भी हो रही है. कई बार इस डंपिग यार्ड को हटाने की मांग गांव वालों ने जिला प्रशासन और सरकार से की. लेकिन कुछ हुआ नहीं, आखिरकार ग्रामीणों के धैर्य जवाब देने लगा हैं. जिसके चलते आज गांव वालों ने पूरी तरह से मतदान का बहिष्कार किया है.
ग्रामीणों ने बताया कि बडाबाग में कचरा संग्रहण केन्द्र में लाये जाने वाले कचरे को खाकर गांव के पशुओं की लगातार मौत हो रही है. इसके अलावा इस गांव के अधिकतम ग्रामीणों का प्रमुख व्यवसाय कृषि का है. लेकिन कचरे से हवा में उड़ने वाली पॉलिथिन के खेतों में जमा होने से जमीन की उर्वरक शक्ति खत्म हो रही है तथा कचरे से अनेक प्रकार कीट पैदा हो रहे है. जो फसलों का चट कर जाते है. इस कारण गांव आर्थिक रूप से कमजोर हो गया हैं. गांव के पास स्थित डंपिंग यार्ड में समय-समय पर कचरे को कम करने के लिए आग लगाई जाती है. उसके धुंए के कारण गांव में सांस की बीमारी के मरीज भी बढ़ रहे हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि कचरा संग्रहण केन्द्र के प्रदूषण और अन्य गंभीर समस्याओं के कारण ग्राम वासी पूर्णतः परेशान हैं. जिसको लेकर मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया है.
विधायक समझाने पहुंचे
क्षेत्र के विधायक छोटू सिंह भाटी लोगों को मतदान के लिए समझाने पहुंचे. हालांकि, सुबह से ही ग्रामीण मतदान बूथ पर नहीं पहुंचे. यहीं नहीं बांसवाड़ा के आडीभीत बूथ पर लोगों ने वोटिंग करने से बहिष्कार कर दिया. बूथ के बाहर खड़े होकर मतदाताओं ने नाराजगी जताई. विस्थापितों ने पावर प्लांट से जुड़े कई मांगों को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया. मतदाताओं के बहिष्कार की सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आया.