Bharat Raftar Exclusive: Kirodi Lal Meena बोले 'भील प्रदेश की मांग वोट के लिए प्रोपगेंडा, रोत खुद मानते हैं 16 संस्कार'!
Kirodi Lal Meena: राजस्थानी दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि ‘जब भील आदिवासी 16 संस्कारों का पालन करता है, पीपल की पूजा करता है, प्रकृति की पूजा करते है, पेड़ की पूजा करते हैं, हिंदू भी करता है। जो परंपरा है, कर्मकांड हैं, उसे सब लोग मानते हैं’।
राजस्थान के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा अपनी बेबाक राय के लिए भी जनता के चहेते हैं। किरोड़ी लाल मीणा से भारत रफ़्तार ने जब भील प्रदेश और राजकुमार रोत को लेकर बात की, उनकी राय के बारे पूछी। तो किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ी ही बेबाकी के साथ इसे ‘वोट की राजनीति’ बताया।
राजकुमार रोत को लेकर किरोड़ी लाल मीणा ने क्या कहा?
राजस्थानी दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि ‘जब भील आदिवासी 16 संस्कारों का पालन करता है, पीपल की पूजा करता है, प्रकृति की पूजा करते है, प्रकृति और पेड़ की पूजा तो हिंदू भी करता है। जो परंपरा है, कर्मकांड हैं, उसे सब लोग मानते हैं’।
‘खुद को कहते हैं हिंदु नहीं, वो करते हैं वोट की राजनीति’
Kirodi Lal Meena को पद की लालसा नहीं, जनता की लड़ाई लड़ने में रखते हैं विश्वास @DrKirodilalBJP @BJP4Rajasthan @jethanandani14 #KirodilalMeena #RajasthanNews #Rajasthan pic.twitter.com/AXZRokpHTD
— Bharat Raftar TV (@BharatRaftarTV) September 23, 2024
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि ‘जो लोग कहते हैं कि वो हिंदू नहीं है, सनातनी नहीं है। वो खुद को अलग बताते है। वो और कुछ नहीं वोट की राजनीति करते हैं। बांसवाड़ा के त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में रोत जी के माता-पिता जाते हैं। वो जाते हैं। माता-पिता 16 संस्कारों को मानते हैं। अगर वो हिंदु नहीं है, तो क्यं मंदिर क्यों जाते हैं, क्यों पूजा करते हैं’।
राजकुमार रोत उठाते हैं भील प्रदेश की मांग
राजस्थान की राजनीति में ये कोई छुपी हुई बात नहीं है कि लगातार भील प्रदेश की मांग की आवाजें सुनाई देती हैं। जिसमें राजकुमार रोत की बुलंद आवाज भी एक है। लेकिन किरोड़ी लाल मीणा ने इसे पूरी तरह से सिर्फ राजनीति का दांव बताया है। वोट की राजनीति के लिए भील, आदिवासी सनातनी और हिंदू पर सवाल उठते हैं।