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क्रिकेट छोड़ संगीत को चुना, अब छोटू सिंह रावणा राजस्थान के फेमस भजन गायक

राजस्थान के भजन गायकों मेें छोटू सिंह रावणा का नाम मझे हुए कलाकारों में शामिल है। बचपन में उन्हें क्रिकेट काफी पसंद था, लेकिन फिर उन्होंने गायक बनना चुना। जानिए इस लेख में कैसा रहा छोटू सिंह रावणा का सफर...

क्रिकेट छोड़ संगीत को चुना, अब छोटू सिंह रावणा राजस्थान के फेमस भजन गायक
chotu singh rawna

बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर खाटू श्याम का एक भजन 'तीन बाण धारी' काफी पसंद किया जा रहा है। ये भजन राजस्थान के बाड़मेर में रहने वाले एक नामचीन कलाकार, जिन्हें भविष्य का सितारा कहा जा रहा है, छोटू सिंह रावणा ने गाया है। कौन हैं ये कलाकार? जिनका नाम लोगों की जुबान पर है। जो सिर्फ आज से नहीं बल्कि पिछले लगभग आठ साल से गीत लिखकर राजस्थानियों के बीच ही नहीं बल्कि राज्य सीमाओं के बाहर भी खूब पसंद किए जा रहे हैं।

कौन हैं छोटू सिंह रावणा

4 अक्टूबर 1996 को राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव इलाके के कोटड़ा के एक क्षत्रिय परिवार में छोटू सिंह रावण का जन्म हुआ। लोग प्यार से उन्हें छोटू बन्ना के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में वो 27 साल के हैं। प्रतिभाशाली कलाकार ने अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों के दिलों पर कब्जा कर लिया है।

शुरुआती जीवन और शिक्षा

छोटू सिंह रावणा राजस्थान की समृद्ध संस्कृति से जुड़े एक पा​रम्परिक परिवार में पले-बढ़े हैं। शुरुआत में वो क्रिकेटर बनना चाहते थे और राज्य स्तर पर अपने स्कूल का प्रतिनिधित्व करते हुए, उन्हें क्रिकेट में शुरुआती सफलता भी हाथ लगी। लेकिन संगीत के प्रति उनका जुनून क्रिकेट के प्रति प्यार पर भारी पड़ा। मौजूदा समय की जानकारी के मुताबिक, वो जयपुर में अपना एक स्टूडियो बना रहे हैं और संगीत साधना को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके पिता खेती करते थे। सिंगर का कहना है कि 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एकडमिक कॅरियर से ध्यान हटाकर प्रोफेशनल कॅरियर में ध्यान लगाया।

अभी तक का सफर

छोटू सिंह रावणा ने पहला गाना 'अरे घास री रोटी ही...' महाराणा प्रताप पर लिखा गाया था। साथ ही साल 2016 में छोटू सिंह रावणा ने आनंदपाल और रानी पद्मिनी को समर्पित गीतों के साथ अपनी शुरुआत की। जोकि असल मायने में उनकी संगीत यात्रा की शुरुआत कही जा सकती है। लेकिन सिंगर को सफलता साल 2018 में उनके गीत 'सतरंगी लहरियो' की रिलीज़ के साथ मिली। इसके बाद सिंगर ने गुजराती गायिका गीता बेन रबारी के साथ 'मेरे नाथ केदारा' और 'अघोरी' जैसे हिट आडियो विजुअल प्रोजेक्ट किए हैं। जिसे काफी सराहना भी मिली। 

छोटू सिंह रावणा हैं नशे के खिलाफ

युवा सिंगर नशे को एक बेहद बुरी वृत्ति मानते हैं। वो चाय के अलावा कोई नशा नहीं करते। साथ ही वो  युवाओं को भी नशे से दूर रहने का संदेश देते हैं। सिंगर की पसंदीदा जगह माउंट आबू है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर छोटू सिंह रावणा के एक मिलियन फॉलोवर्स हैं।

प्रकाश माली के साथ गाना चाहते थे गाना

एक साक्षात्कार में छोटू सिंह रावणा ने बताया कि अपने शुरूआती करियर के दौरान उन्होंने अपने फेवरेट स्टार्स में से एक प्रकाश माली से मिले, तो बेहद रोमांचित हुए। एक बार फोन कर कहा कि मैं आपके साथ गाना चाहता हूं। जिसका जवाब मिला कि मेरे साथ गाने वाले बहुत है। वो कहते हैं कि तब से मैं गुस्से से तो भर गया लेकिन मैंने ठान लिया कि मैं अब पीछे मुड़कर नहीं देखूंगा। वे आज भी प्रकाश माली का सम्मान करते हैं। फेमस होने के बाद सिंगर ने प्रकाश माली के साथ कई प्रोग्राम किए।