Rajasthan News: अच्छी बारिश के बिना होगी फसल, सेवज फसल की जगी उम्मीद
पाली जिले और आहोर क्षेत्र में हाल ही में हुई अच्छी बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है, खासकर आहोर और भाद्राजून तहसील के किसानों के लिए, जो सेवज की फसल की उम्मीद कर रहे थे। भाद्रपद महीने में आई बारिश से इस क्षेत्र के कई गांवों में बहने वाला पानी खेतों तक पहुंचा है, जिसे स्थानीय लोग 'रेळ' के नाम से जानते हैं।
इस पानी के बहाव ने इस बार किसानों के लिए खुशियों की बौछार कर दी है। पाली जिले से आने वाला पानी गुडा इन्द्रपुरा, भूति, कवराड़ा, तखतगढ़, चांदराई, पांचोटा, शंखवाली, गुड़ारामा, नोसरा, भंवरानी, और रायथल जैसे दर्जनों गांवों में फैल गया है।
ये भी पढ़े- फाइव स्टार होटल में 'खूनी खेल', काम के लिए टोका तो शेफ को वेटर ने चाकू से गोदा, मौत
कई गांवो तक पानी प्रवाह जारी
इसके साथ ही तखतगढ़ से चांदराई, उखरड़ा, मंडला, आकोरापादर, और अजीतपुरा होते हुए कई गांवों तक पानी का प्रवाह जारी है। हालांकि, अभी तक टेल गांवों तक पानी नहीं पहुंचा है, परंतु हैड क्षेत्र के अधिकांश गांवों में किसान इस बार अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे हैं।
सेवज की फसल पनप रही
इस बारिश के कारण खेतों में लंबे समय तक पानी का बहाव और भराव होने से सेवज की फसल पनप रही है। सेवज की खेती के लिए इस क्षेत्र की मिट्टी पूरी तरह से अनुकूल है, जो पानी के गीलापन से सिंचाई की आवश्यकता को कम कर देती है। यदि एक मावठ और हो जाए, तो यह सेवज के लिए अमृत समान साबित होगी।
इन क्षेत्रों में हो रही चने की फसल
किसानों की पहली पसंद इस क्षेत्र में चने की फसल है। पर्याप्त पानी की उपलब्धता के कारण इस बार चने की बम्पर बुवाई होने की संभावना है। जहां पानी कम पहुंचा है, वहां किसान तारामीरा की फसल लगाएंगे।
कुल मिलाकर, इस बार की बारिश ने आहोर और भाद्राजून तहसील के किसानों को सेवज की बम्पर फसल की उम्मीद दे दी है, जिससे इस क्षेत्र के किसानों का भविष्य उज्जवल दिख रहा है।