Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

Rajasthan News: राजस्थान BJP के 'घर में घमासान' मीणा का इस्तीफा,मंत्रियों में असंतोष ने बढ़ाई मुश्किलें ? जानें

राजस्थान में बीजेपी में गहरी दरारें। भजनलाल सरकार में मंत्रियों का असंतोष, किरोड़ीलाल मीणा का इस्तीफा और वसुंधरा राजे का शांत लेकिन सक्रिय रवैया – जानें क्या है राजस्थान बीजेपी की सियासी उथल-पुथल का कारण।

Rajasthan News: राजस्थान BJP  के 'घर में घमासान' मीणा का इस्तीफा,मंत्रियों में असंतोष ने बढ़ाई मुश्किलें ? जानें

राजस्थान में इन दिनों सियासी माहौल गरमाया हुआ है। सत्तारूण पार्टी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते दिनों बीजेपी की प्रदेश इकाई में अंदरूनी विवाद की कई खबरें सामनेआई हैं। बीजेपी ने भले विरोधियों को मात देते हुए भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन अब यही फैसला उसके गले की फांस बन गया  है। मंत्रियों और विधायकों के बीच आपसी मतभेद पनप रहा है। 10 महीनें के अंदर पार्टी के दिग्गज नेता किरोड़ीलाल मीणा इस्तीफा दे चुके हैं, और अभी वह अपने फैसले पर अडिग हैं। 

ये भी पढ़ें- Rajasthan News: खत्म नहीं हो रही भजनलाल सरकार की मुश्किलें, 10 महीने बाद भी जी का जंजाल बने ये मुद्दे

स्टाफ को लेकर खुश नहीं मंत्री

राजस्थान सरकार में कई मंत्री अपने स्टाफ को लेकर खुश नहीं है। वन पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के निजी सचिव और अन्य ऑफिसर्स के साथ तालमेल की कमी जग जाहिर है। दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री कन्हैयालाल चौधरी भी अपने स्टाफ से खुश नहीं है। मंत्रियों की नाराजगी दूर करने के लिए सरकार की ओर से तबादला एक्सप्रेस चलाई गई हालांकि इसके बाद भी कुछ खासा असर नजर नहीं आया। 

किरोड़ीलाल मीणा का इस्तीफा बना दिक्कत

गौरतलब है, डा किरोड़ीलाल मीणा ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था,हालांकि इसके बाद भी वह सरकार के खिलाफ मुखर है। बीते दिनों लालसोट से विधायक रामविलास के आवास पर कई विधायकों की बैठक हुई। जहां मीणा के भतीजे और महवा विधायक राजेंद्र मीणा पहुंचे थे। जिसने राजनीतिक हलचल को और भी ज्यादा बढ़ा दिया था। 

मंत्रियों के साथ नहीं बन पा रहा समांजस्य

राजस्थान ग्लोबल समिट के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विदेश दौरे पर थे। उनके साथ डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा थे पर राजस्थान में बड़ा कद रखने वाली और डिप्टी सीएम दीया कुमारी के गायब रहने से कई सवाल खड़े हुए। वहीं, उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर के भी पहले दौरे पर शामिल न होना चर्चा का विषय था। इन घटनाओं से लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि भजनलाल सरकार में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दूसरी ओर मंत्री और विधायक आपस में उलझते नजर आ रहे हैं। 

भजनलाल शर्मा ने कई नेताओं को दिया झटका

विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे कई नेताओं को कुछ वक्त झटका लगा था, जब पार्टी आलाकमान ने भजनलाल शर्मा को प्रदेश की कमान सौंपी थी। दबी जुबान से कई लोगों ने वसुंधरा खेमें का नाम सबसे पहले लिया था। वसुंधरा राजे और उनके समर्थक सीधे तौर पर विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन वे सरकार की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। वसुंधरा राजे के हालिया बयानों से भी संकेत मिलते हैं कि वे अभी भी राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की इच्छा रखती हैं।

कांग्रेस ने भी बीजेपी पर उठाए सवाल

राजस्थान बीजेपी में फैला असंतोष अब सबके सामने आ चुका है। इस मसले पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा का बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में एक अनोखी सरकार है, जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, विधायक और जनता तक कोई संतुष्ट नहीं है। सभी लोग ब्यूरोक्रेसी से भी नाराज हैं और यह सरकार अपने अंदरूनी संघर्षों से ही जूझ रही है।