Rajasthan By-Election: उपचुनाव का दंगल, चल गए थप्पड़ ! कौन है 'छोटे किरोड़ी' के नाम से मशहूर नरेश मीणा? जानें यहां
राजस्थान उपचुनाव में देवली-उनियारा सीट पर नरेश मीणा ने कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवारी पेश की है। EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए उन्होंने ऑन-ड्यूटी SDM को थप्पड़ मार दिया। क्या नरेश मीणा का बागी तेवर कांग्रेस के लिए मुसीबत बनेंगे?
राजस्थान उपचुनाव से बड़ी खबर सामने आ रही है। देवली उनियारा सीट पर माहौल गरमा गया है। कांग्रेस से टिकट न मिलने से नाराज निर्दलीय मैदान में ताल ठोक रहे नरेश मीणा ने ऑन ड्यूटी पर तैनात एसडीएम को तमाचा जड़ दिया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि ईवीएम में उनका सिंबल हल्का दिखाई दे रहा था, यहां तक लोग उसे पहचान भी नहीं पा रहे थे। वह कार्यकर्ताओं के साथ जब समरवता बूथ पहुंचे तो वहां तैनात पुलिस ने बाहर निकाल दिया। तभी नेता-पुलिस अधिकारियों में बहस होने लगी, बात इतनी बढ़ गई की उन्होंने अधिकार को थप्पड़ मार दिया। मामला बढ़ने पर अब मीणा ने सफाई पेश की है। सबसे पहले आप इस वीडियो को देखिए-
उपचुनाव में देवली उनियारा सीट पर वोटिंग के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को मारा थप्पड़ #byelection2024 pic.twitter.com/4ZEL7bz2f3
— sushant (@pareek12sushant) November 13, 2024
नरेश मीणा ने दी सफाई
वीडियो में देखा जा सकता है, नरेश मीणा और पुलिस अधिकारियों के बीच जमकर नोकझोंक हो रही है। इसके बाद वह पुलिस अधिकारी को तमाचा मार देते हैं। बात बढ़ने पर अन्य पुलिस कर्मी बीचबचाव करते हैं और नरेश मीणा को गाड़ी तक छोड़कर आते है। जैसे ही सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल हुआ कई लोग नेता के विरोध में आ गये और इस तरह मारपीट करने का विरोध करने लगे। इस बीच नरेश मीणा ने वीडियो जारी सफाई दी है उन्होंने कहा कि हम यहां बीते कई घंटों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच तैनात एक एसडीएम ने तीन लोगों को ले जाकर वोट डलवा दिया। जैसे ही ये बात जनता को पता लगी वो उग्र हो गई हालांकि अब मामला शांत हैं। मैं सभी से निवेदन करता हूं,पुलिस फोर्स अपना काम कर रही है, आप बस जाकर मतदान करें।
देवली उनियारा की समस्त जनता और मेरे युवा साथियों से अपील! pic.twitter.com/teGGh5Ul49
— Naresh Meena (@NareshMeena__) November 13, 2024
आखिर कौन है नरेश मीणा ?
बता दें, इस बार देवली उनियारा सीट पर नरेश मीणा की चर्चा कांग्रेस-बीजेपी से ज्यादा हो रही है। वह पहले कांग्रेस के साथ थे, टिकट न मिलने पर उन्होंने बागी तेवर अपने लिये और अकेले मैदान में उतर गए। उन्हें राजकुमार रोत, बेनीवाल और रवींद्र भाटी का समर्थन मिल चुका है। जबकि उनके बागी तेवरों को देखते हुए बीते दिनों कांग्रेस ने निलंबित कर दिया था। राजस्थान की राजनीति में नरेश मीणा को छोटा किरोड़ी भी कहा जाता है। उन्होंने राजनीतिक सफर की शुरुआत राजस्थान विश्वविद्यालय से की थी। मीणा युवाओं के नेता माने जाते हैं। उन्होंने 2003 में पहली बार कॉलेज में राष्ट्रीय सचिव का चुनाव जीता था। एक वक्त था कि नरेश को सचिन पायलट का करीबी माना जाता था, ऐसा इसलिए भी कहा जाता है, 2018 के विधानसभा चुनावों में पायलट के जिले टोंक में नरेश मीणा ने स्टार प्रचारक की तरह कई सभाएं की थी। साथ ही वह किसनगढ़ की बारह सीट से टिकट मांग रहे थे, हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला। 2023 के चुनाव आते-आते युवा वर्ग के बीच मीणा खास पहचान बना चुके था, हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला। अब फिर से हो रहे उपचुनावों में टिकट न मिलने से वह बागी हो गए और कांग्रेस के खिलाफ जंग छेड़ दी।
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देवली उनियारा सीट का समीकरण
देवली उनियारा सीट इस बार मुकाबला टाइट है। यहां पर बीजेपी-कांग्रेस ने जातियों के आधार पर मत हासिल करने के लिए प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, हालांकि इस बार नरेश मीणा ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। ये सीट मीणा बहुल मानी जाती है। इसके बाद गुर्जर, जाट और माली वोटर्स आते हैं। यहां पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी अचेछी खासाी है। इस सीट पर गुर्जर वोटर्स हमेशा कांग्रेस खेमे के साथ जुड़े रहे हैं, हालांकि नरेश मीणा के मैदान में उतरने से वोटों का बिखराव हो सकता है। बहरहाल, देवली का ये रण कौन जीतेगा 23 अक्टूबर को पता लग जायेगा।