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Rajasthan By-Election: किरोड़ीलाल मीणा को चुनौती दे पायेंगे सचिन पायलट? दौसा सीट की थामी कमान, जानें समीकरण

राजस्थान उपचुनाव में दौसा सीट पर सचिन पायलट बनाम किरोड़ी लाल मीणा! क्या पायलट कांग्रेस के लिए जीत सुनिश्चित कर पाएंगे? जानिए गुर्जर वोटों की भूमिका और चुनावी रणनीति के बारे में।

Rajasthan By-Election: किरोड़ीलाल मीणा को चुनौती दे पायेंगे सचिन पायलट? दौसा सीट  की थामी कमान, जानें समीकरण

राजस्थान का उपचुनाव दिन पर दिन दिलचस्प होता जा रहा है। एक तरफ चुनाव के प्रचार के लिए बीजेपी के दिग्गज नेता मैदान में है तो कांग्रेस ने भी चुनावी प्रचार के लिए दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। इसी बीच सचिन पायलट चर्चा में आ गए हैं। दरअसल, दौसा सीट की कमान पायलट ने अपने हाथों में ले ली है। वह सोमवार से दौसा सीट पर चुनावी प्रचार का आगाज करेंगे। बता दें, यहां से कांग्रेस ने दीनदयाल बैरवा को मैदान में उतारा है। ऐसे में सचिन पायलट का मैदान में उतरना चुनावी नतीजों क रूख बदल सकता है। 

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सचिन पायलट को किरोड़ी लाल मीणा की चुनौती 

उपचुनाव में दौसा  हॉट सीट है। जहां पर दो बड़े नेताओं के सामने साख बचाने की चुनौती है। एक तरफ सचिन पायलट तो दूसरी ओर किरोड़ी लाल मीणा। दौसा सीट पर सचिन पायलट का अच्छा प्रभाव माना जाता है तो वहीं भाजपा ने इस बार किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को मैदान में उतारा है। ऐसे में इस सीट पर हार जीत दोनों नेताओं का सियासी कद तय करेगा। आंकड़ों को देखें तो इस सीट पर कांग्रेस लगातार दो बार चुनाव जीती है ऐसे में तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए कांग्रेस ने पायलट पर भरोसा जताया है जबकि पायलट को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने किरोड़ी लाल मीणा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। 

सचिन पायलट के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी 

सूत्रों की माने तो सांसद मुरारी लाल मीणा और सचिन पायलट के कहने पर बैरवा को टिकट दिया गया है। ऐसे में उनकी जीत की जिम्मेदारी भी सचिन पायलट के कंधों पर है। अगर वह वोटर्स का भरोसा जीतने में कामयाब हो जाते हैं तो बीजेपी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस सीट पर सबसे ज्यादा वाटर गुर्जर है जो हार जीत में निर्णायक भूमिका निभाते हैं और पायलट की गुर्जर वोटॉ पर अच्छी पकड़ है लेकिन इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि किरोड़ी लाल मीणा भी इसे अच्छे से जानते हैं और वह भी गुर्जर वोटो को साधने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा क्या सचिन पायलट किरोड़ी लाल मीणा का वोट अपनी ओर ट्रांसफर कर पाएंगे खैर यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।