Rajasthan: 'बाल गोपाल' दूध योजना पर लटकी तलवार,जल्द बड़ा फैसला लेगी भजनलाल सरकार ?
राजस्थान में भजनलाल सरकार ने पूर्व सरकार की योजनाओं की समीक्षा शुरू कर दी है। बाल गोपाल दूध योजना, जो 2022 में शुरू हुई थी, को बंद करने का इशारा शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दिया है। इस योजना से लाखों स्कूली बच्चों को दूध मिलता था। क्या सरकार इसे बंद करने का फैसला लेगी?
जबसे राजस्थान में बीजेपी की सरकार आई है, तबसे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एक्टिव मोड है। इसी कड़ी में राज्य सरकार जल्द ही पूर्व सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई योजना को बंद करने की तैयारी कर रही है। सरकार का कहना है, समीक्षा करने के बाद ही फैसला लिया जाएगा। दरअसल, अशोक गहहलोत की सरकार में शुरू हुई बाल गोपाल दूध योजना को बंद करने का इशारा खुद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने किया। वहीं अगर मौजूदा सरकार योजना को बंद करने का फैसला लेती है तो सरकारी स्कूलों में बच्चों को दूध मिलना बंद हो जाएगा।
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बाल गोपाल दूध योजना पर क्या बोला शिक्षा मंत्री
गौरतलब है, भजनलाल सरकार पूर्व सरकार द्वारा लॉन्च की गई योजनाओं की समीक्षा कर रही है। इसी कड़ी में बाल गोपाल दूध योजना की समीक्षा की जा रही है। इस बारे में राज्य शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि इस योजना का लाभ स्कूली बच्चों को नहीं मिल रहा है। बहुत से बच्चे ऐसे हैं जो पाउडर दूध को पसंद नहीं करते और न ही उसे पीना चाहते हैं। इस बयान के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार जल्द ही इस योजना को बंद कर सकती है।
2022 में हुई योजना की शुरुआत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने योजना की शुरुआत 2022 में की थी। जिसके तहत क्लास 1-8 तक के बच्चों को मिल्क पाउडर से बना दूध मुहैया कराया जाता था। इस योजना का लाभ लगभग 69 लाख बच्चे उठा रहे थे। जानकारी के मुताबिक, कक्षा 5 के छात्रों को 150 मिलीमीटर दूध तो 6-8 तक के बच्चों को 200 मिलीलीटर दूध दिया जाता था।
कई योजनाओं को बंद करने की तैयारी
बता दें, भजनलाल सरकार आगामी वक्त में पूर्व सरकार की कई योनजाएं बंद कर सकती है। बाल गोपाल दूध योजना से पहले राज्य में फ्री बिजली योजना को बंद कर दिया गया था। जिसका ऐलान खुद ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने किया था। राज्य सरकार ने कहा था कि इस स्कीम को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। वहीं ये मुद्दा राजस्थान विधानसभा में भी जोरो-शोरो से उठाया था। जहां विपक्षी दल कांग्रेस ने बीजेपी से कई योजना बंद करने से जुड़े कई सवाल पूछे थे।