भीषण गर्मी में धधक रहा राजस्थान, हीट वेव से अब तक 6 की मौत,नौतपा में सूरज दिखाएगा अपना अलग रंग
इस भीषण गर्मी में राजस्थान बुरी तरह धधक रहा है। सूरज की तपिश और गर्म हवा लोगों को झुलसा रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान में हीटवेव से अबतक 6 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
इस भीषण गर्मी में राजस्थान बुरी तरह धधक रहा है। सूरज की तपिश और गर्म हवा लोगों को झुलसा रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान में हीटवेव से अबतक 6 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इसी बीच, अब नौतपा की शुरुआत भी हो चुकी है। मतलब ये कि वो 9 दिन, जब सूरज धरती पर सबसे ज्यादा आग उगलता है। राजस्थान में 28 मई तक गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है और करीब 22 जिलों में हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि इस दौरान कुछ जिलों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
फलोदी जिला रह सकता है सबसे गर्म
मौसम विभाग के मुताबिक, नौतपा के दौरान राजस्थान में फलोदी जिले का तापमान प्रदेश में सबसे अधिक 49 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। वहीं, जैसलमेर, बाड़मेर का अधिकतम तापमान भी 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। जोधपुर का अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। कोटा और गंगानगर का अधिकतम तापमान भी 46 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया जा रहा है। बीकानेर का अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस और चूरू का अधिकतम तापमान 44.8डिग्री सेल्सियस रहने की आशंका है।
नौतपा पर ज्योतिषों की राय
ज्योतिषाचार्य और पंडितों की अगर बात माने तो नौतपा की शुरुआत हो गई है। आज से सूर्य प्रचंड रूप में दिखाई देगा। इस अवधि को ज्योतिष में नौतपा कहा जाता है। नौतपा 2 जून तक रहेगा। आज सुबह 3 बजकर 16 मिनट पर सूरज रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर गया है, जो 2 जून की सुबह तक रहेगा। इस दौरान सूर्य व पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है। इसलिए सूर्य सबसे अधिक गर्म दिखाई देता है।ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में भ्रमण काल 14दिनों का है। ज्योतिषी गणनाओं के अनुसार, इस बार नौतपा के शुरुआती 6 दिनों में गर्मी के साथ उमस भी बहुत जोरदार पड़ेगी। वहीं जब नौतपा समापन की ओर होगा, तब अंतिम तीन दिन हवाएं तेज चलेंगी। इसी के साथ कहीं-कहीं बारिश के भी आसार जताये जा रहे हैं। नौतपा में जितनी गर्मी बढ़ेगी उतनी ही अच्छी बरसात होगी।
नौतपा पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण इस प्रकार है
नौतपा को लेकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण है कि इस दौरान सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती हैं, जिसके चलते पृथ्वी पर तापमान काफी बढ़ जाता है। नौतपा के दौरान अधिक गर्मी के चलते मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है और समुद्र की लहरें आकर्षित होती हैं और इससे अच्छी बरसात होती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अगर बात की जाए तो नौतपा बेहद जरूरी भी है।
यहां हो सकती है बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, 25-27 मई तक केरल, लक्षद्वीप और कर्नाटक में गरज के साथ बारिश की संभावना है। 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। 26 मई को मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर में वर्षा होने का अनुमान है। 27 और 28 मई को असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में भारी वर्षा की संभावना है। 25-28 तारीख के दौरान दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश और गुजरात के अलग-अलग इलाकों में लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। 26-28 तारीख के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश लू की चपेट में रह सकता है। वहीं, बिहार के कुछ जिलों में 25 और 26 मई को बारिश और तेज हवा चलने की संभावना है।