Jaipur News: टीचर ने क्लास को बनाया स्पा, बच्चों से दबवाए पैर, वीडियो वायरल होते ही शिक्षा मंत्री ने किया APO
जयपुर के करतारपुरा स्थित एक सरकारी स्कूल में महिला टीचर का बच्चों से पैर दबवाने का वीडियो वायरल हो गया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस हरकत को गंभीरता से लेते हुए टीचर को APO कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी गतिविधियों को किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा।
जयपुर के करतारपुरा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में एक महिला टीचर के बच्चों से पैर दबवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए टीचर को APO (अतिरिक्त प्रभारी अधिकारी) के रूप में नियुक्त कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विद्या के मंदिर में ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं।
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बच्चों से टीचर ने दबवाए पैर
वीडियो में एक महिला टीचर क्लास में लेटी हुई नजर आ रही हैं, जबकि बच्चे उसके पैरों पर खड़े होकर दबाव डाल रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह घटना चौथी क्लास में हुई थी, लेकिन वीडियो कब का है, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। इस मामले के उजागर होने के बाद, अन्य शिक्षकों ने भी सरकारी स्कूलों की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
क्या है वायरल वीडियो का सच
स्कूल की हेड मास्टर अंजू चौधरी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें इस वीडियो के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह पता लगाया जाएगा कि शिक्षिका की तबीयत खराब थी या फिर वह वास्तव में बच्चों से पैर दबवाने की हरकत कर रही थीं।
A shocking video has emerged from a government school in #Rajasthan's #Jaipur, showing a teacher lying on the ground while students stand on her feet, seemingly massaging her legs.
— Hate Detector ? (@HateDetectors) October 10, 2024
The footage that surfaced on October 10 reportedly taken at the Government Higher Primary School… pic.twitter.com/d4PQkR1Byh
शिक्षा मंत्री ने दिए कार्रवाई के आदेश
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आगे कहा कि मामले की जांच तेजी से चल रही है और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी मरीज में कांगो बुखार के लक्षण पाए जाने पर तुरंत सैंपल लिया जाए।
ऐसी गतिविधियां सहने योग्य नहीं
शिक्षा मंत्री ने कहा, "यह स्पष्ट है कि ऐसी गतिविधियों को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा।" अब यह देखना होगा कि इस मामले में जांच के बाद क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या यह घटना अन्य स्कूलों के लिए एक चेतावनी के रूप में सामने आएगी।