Madhopur News: पर्यटकों ने बाघिन की चहल-कदमी का किया दीदार, सुल्ताना ने बिखेरा जादू
सवाई माधोपुर के रणथंभौर नेशनल पार्क में आज सुबह एक अनोखा नजारा देखने को मिला जब बाघिन सुल्ताना ने सड़क के किनारे चहल-कदमी की। पर्यटक और श्रद्धालु इस अद्भुत दृश्य का आनंद लेने के लिए रुक गए, जिससे वाहनों की कतार लग गई।
राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क में आज सुबह एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। जब पर्यटक जंगल भ्रमण के लिए उत्सुकता से निकले, तो उन्हें बाघिन सुल्ताना की चहल-कदमी का मौका मिला। गणेश धाम से पार्क में प्रवेश करते समय, पर्यटकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उन्होंने त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग के निकट ही बाघिन को देखा।
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बाघिन सुल्ताना का यह नजारा पर्यटकों के लिए किसी सपने से कम नहीं था। सुबह के समय, जब सूर्य की किरणें धीरे-धीरे वातावरण को रोशन कर रही थीं, तब बाघिन सड़क के किनारे चहलकदमी कर रही थी। इससे वहाँ पर वाहनों की कतार लग गई, क्योंकि सभी पर्यटक इस अद्भुत क्षण का लाभ उठाना चाहते थे। लोगों ने अपने कैमरे निकालकर इस लम्हे को कैद करना शुरू कर दिया।
बाघिन सुल्ताना ने सभी का ध्यान खींचा
जानकारी के अनुसार, बाघिन सुल्ताना रणथंभौर के जोन नंबर पांच से निकलकर सिंह द्वार के नजदीक पहुंच गई। यहां उसने त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर घूमते हुए सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान न केवल जंगल में भ्रमण कर रहे पर्यटक, बल्कि मंदिर जाने वाले श्रद्धालु भी बाघिन को देखने के लिए रुक गए, जिससे सड़क पर भीड़ लग गई।
वन विभाग को किया सूचित
जैसे ही वन विभाग को इस दृश्य की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर श्रद्धालुओं और पर्यटकों को टाइगर के आसपास से दूर किया। लगभग 15-20 मिनट तक बाघिन का मूवमेंट जारी रहा, जिसके बाद वह मुख्य सड़क से हटकर फिर से जोन नंबर पांच की ओर चली गई।
बाघिन को देख लोग हुए खुश
यह घटना ना केवल पर्यटकों के लिए एक यादगार अनुभव बनी, बल्कि रणथंभौर नेशनल पार्क की जीवंतता को भी दर्शाती है। ऐसे मौके पर बाघों का दीदार करने के लिए उत्सुक पर्यटकों का एक समूह हमेशा रहता है। रणथंभौर की हरियाली और वन्यजीवों का ये अद्भुत नजारा यहां आने वाले लोगों के लिए एक खास आकर्षण का केंद्र है, जो उन्हें फिर से इस खूबसूरत जगह पर लौटने के लिए प्रेरित करता है।
सिर्फ एक दिन की सैर में बाघिन के दीदार ने सभी के दिलों में खास जगह बना ली। यह नजारा न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए एक अद्वितीय अनुभव बन गया जो प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों के संरक्षण की खूबसूरती को समझता है।