टोंक जिले में तेज हवाओं के चलते एक बड़ा हादसा, निर्माण कंपनी ने इस्तेमाल की घटिया सामग्री
टोंक जिले में बीती शाम चली तेज हवाओं के चलते एक बड़ा हादसा सामने आया है। यहां बनास नदी पर निर्माणाधीन गहलोद हाई लेवल ब्रिज के पिलर 42 व 43 के बीच रखे गये प्री कास्ट विशालकाय 5 गर्डर एक साथ धराशायी होकर तेज धमाके के साथ नीचे आ गिरे।
टोंक जिले में बीती शाम चली तेज हवाओं के चलते एक बड़ा हादसा सामने आया है। यहां बनास नदी पर निर्माणाधीन गहलोद हाई लेवल ब्रिज के पिलर 42 व 43 के बीच रखे गये प्री कास्ट विशालकाय 5 गर्डर एक साथ धराशायी होकर तेज धमाके के साथ नीचे आ गिरे।
गनीमत यह रही कि जिस समय ये गर्डर धराशायी हुए उस समय श्रमिक अपना काम बंद कर वहां से जा चुके थे। तेज धमाके की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद श्रमिक व आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। सभी ने यह जानकर राहत की सांस ली कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है।
पुल के पांच विशालकाय व भारी भरकम गर्डरों के हवा का दबाव ना झेल पाने पर ग्रामीणों ने निर्माण कंपनी पर घटिया निर्माण सामग्री के प्रयोग में लिये जाने व निर्माण में कई तरह की खामिया बरते जाने का आरोप लगाते हुए मौके पर हंगामा खड़ा कर दिया। राजस्थान के इस सबसे लंबे रिवर ब्रिज के निर्माण के निरीक्षण के दौरान सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया भी निर्माण कंपनी व पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं पर लापरवाही व मिलीभगत का आरोप लगा चुके हैं।
रिपोर्ट: सुधीर पाल