विश्वराज सिंह मेवाड़ और अरविंद सिंह मेवाड़ परिवार के बीच विवाद गहराया, पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप
उदयपुर के सिटी पैलेस में मेवाड़ राजवंश के दो परिवारों के बीच पारंपरिक धूणी दर्शन को लेकर विवाद ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक के बाद सिटी पैलेस में धूणी दर्शन की परंपरा निभाने का प्रयास किया गया, जिसे अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार ने रोकने की कोशिश की। इस विवाद के चलते पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और प्रशासन ने विवादित स्थल को कुर्क कर लिया।
उदयपुर के सिटी पैलेस में मेवाड़ राजवंश के भीतर संपत्ति और परंपरा को लेकर पुराने विवाद ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक हाल ही में चित्तौड़गढ़ किले में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी गई, और वह मेवाड़ के 77वें महाराणा बने। राजतिलक के बाद, परंपरा के तहत विश्वराज सिंह को उदयपुर के सिटी पैलेस स्थित धूणी के दर्शन करने जाना था, लेकिन यहां परिवार में विवाद फिर से उभर आया।
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क्या है पूरा मामला
जैसे ही विश्वराज सिंह मेवाड़ अपने समर्थकों के साथ सिटी पैलेस पहुंचे, अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार ने उनके प्रवेश को रोकने के लिए महल के मुख्य दरवाजे बंद कर दिए। इस कदम से नाराज होकर, विश्वराज सिंह के समर्थकों ने बैरिकेड्स हटाते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीच में दखल दी, लेकिन इसके बावजूद तनाव बढ़ता गया।
पुलिस और समर्थकों के बीच हुआ विवाद
भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में, पुलिस और समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान महल के अंदर से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकी गईं, जिसमें कुछ लोगों को हल्की चोटें आईं। तनावपूर्ण माहौल के बीच, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
स्थिति को गंभीर होते देख, प्रशासन ने सिटी पैलेस के विवादित धूणी वाले स्थल को कुर्क कर लिया और थानाधिकारी को रिसीवर नियुक्त कर दिया। इस कार्रवाई का नोटिस सिटी पैलेस के गेट पर चिपकाया गया। प्रशासन ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके और विवाद शांतिपूर्वक सुलझाया जा सके।
मेवाड़ परिवार ने की अपील
विश्वराज सिंह ने इस घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह पारिवारिक संपत्ति है और उनकी परंपरा के अनुसार धूणी के दर्शन करना उनका अधिकार है। उन्होंने इस रोक को गलत ठहराते हुए एकलिंगनाथजी से सभी के कल्याण की प्रार्थना की।
उधर, अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार ने पुलिस और प्रशासन से अपील की है कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें। सिटी पैलेस में तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनज़र, सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
यह विवाद संपत्ति को लेकर वर्षों से चला आ रहा है, जो महेंद्र सिंह मेवाड़ और अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवारों के बीच खटास की वजह बना हुआ है। प्रशासन की कोशिशों के बावजूद, दोनों पक्षों में अब तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। उदयपुर का सिटी पैलेस और एकलिंगजी मंदिर इस विवाद के केंद्र में हैं, जहां पारंपरिक धूणी दर्शन को लेकर अब भी असमंजस बना हुआ है।