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जानिए राजस्थान की 'लेक सिटी' उदयपुर का इतिहास, अनोखी पहचान और फेमस पर्यटन स्थल

राजस्थान के झीलों के शहर के शहर उदयपुर के बारे में आपने खूब सुना होगा। लेकिन क्या आप यहां के इतिहा के बारे में जानते हैं? इसकी अनोखी पहचान के बारे में और फेमस पर्यटन स्थलों के बारें में हमने इस लेख में विस्तृत जानकारी दी है। 

जानिए राजस्थान की 'लेक सिटी' उदयपुर का इतिहास, अनोखी पहचान और फेमस पर्यटन स्थल
राजस्थान का उदयपुर

देश के सबसे बड़े सूबे राजस्थान के दक्षिण में बेहद खूबसूरत शहर उदयपुर स्थित है। अरावली की हरी-भरी पहाड़ियों के बीच बसे इस शहर में झीले चार चांद लगा देती हैं। इसीलिए उदयपुर को 'झीलों का शहर' भी कहा जाता है। उदयपुर खूबसूरती के साथ ही शौर्य से भरी गाथाओं के लिए भी जाना जाता है। इस खूबसूरत और शांत शहर के चारों ओर सात झीलें हैं।  

उदयपुर का इतिहास

वर्तमान समय में जयपुर राजस्थान की राजधानी है, लेकिन पहले मेवाड़ राज्य की ऐतिहासिक राजधानी उदयपुर हुआ करता था। इसकी स्थापना 1558 में राजपूत के सिसोदिया वंश के उदय सिंह ने की थी। लगातार मुग़लों के आक्रमणों के चलते सुरक्षित स्थान पर राजधानी स्थापित करने के लिए इस शहर की नींव रखी गई थी। साल 1567 में मुगल सम्राट अकबर ने मेवाड़ पर हमला किया और इसका ज्यादातर हिस्सा अपने कब्जे में ले लिया। सिसौदिया राणा और महाराणा अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ते रहे और चित्तौड़ को छोड़कर अधिकांश मेवाड़ पर दोबारा कब्जा कर लिया।

उदयपुर राज्य की राजधानी बनी रही, जो 1818 में ब्रिटिश भारत की एक रियासत बन गई। पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से और भारी बख्तरबंद मुगल घोड़ों के लिए अनुपयुक्त होने के कारण, उदयपुर काफी मशक्कत के बाद भी मुगल प्रभाव से सुरक्षित रहा। फिर साल 1947 में भारत के आजाद होने के बाद मेवाड़ प्रांत राजस्थान का हिस्सा बन गया। हालांकि कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इसकी स्थापना 1553 में ही हो गई थी। इसके सबूत मोतीमहल में मिलते हैं। मोतीमहल को उदयपुर पहला महल माना जाता है, जोकि अब खंडहर में बदल चुका है।

उदयपुर की अनोखी पहचान

उदयपुर का 'सफेद शहर' के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर बने महल अपने सफेद संगमरमर से आर्कषण पैदा करते हैं। यहां के शासकों द्वारा बनाए गए आकर्षक सफेद संगमरमर के महल दूरिस्ट को शांति का अहसास दिलाते हैं।

 

राजस्थान में उदयपुर को सबसे सुंदर शहर माना जाता है। कई झीलों की मौजूदगी की जगह से इसे लेक सिटी ऑफ उदयपुर या झीलों का शहर भी कहते हैं। इसी के साथ उदयपुर में वादियों का मजा लेते दूरिल्ट इसे राजस्थान का कश्मीर भी कहते हैं।

उदयपुर को पूर्व का वेनिस भी कहते है। अपनी खूबसूरत झीलों, रोमांचक नहरों और दिलचस्प वास्तुकला के लिए ये शहर दुनिया भर में फेमस है। उदयपुर की समृद्ध संस्कृति, राजस्थानी लोकगीत और नृत्य काफी लोकप्रिय है। देश-विदेश से पर्यटक इसका आनंद लेने लाते हैं।

उदयपुर के फेमस पर्यटन स्थल

उदयपुर की तीन खूबसूरत झीलों में फतेह सागर झील, पिछोला झील और छोटी स्वरूप सागर झील शामिल हैं। इसके साथ ही शहर में लेक पैलेस, जग मंदिर, दूध तलाई, सहेलियों की बाड़ी, मानसून पैलेस, आहड़ संग्रहालय, सुखाड़िया सर्कल और गुलाब बाग मशहूर दर्शनीय स्थल हैं।

उदयपुर के कुछ तथ्य

-उदयपुर का सिटी पैलेस पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र है। यहां सज्जन गढ़ का महल भी है, जिसका नाम मेवाड़ राजवंश के महाराणा सज्जन सिंह के नाम पर रखा गया है।

-उदयपुर की दो सबसे प्रसिद्ध झीलें फतेहसागर झील और पिछोला झील हैं।

-उदयपुर की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन पर निर्भर है लेकिन इसे जिले को बांस के सबसे बड़े उत्पादकों के रूप में भी जाना जाता है। बांस से हर साल वन विभाग को अच्छी खासी कमाई होती है।