खूबसूरती का बेशकीमती खजाना है सहेलियों की बाड़ी
सहेलियों की बाड़ी को अंग्रेजी में गार्डन ऑफ मेड्स कहते हैं. यह प्रसिद्ध उद्यान फतेह सागर झील के तट पर स्थित है, जो राजस्थान की शुष्क भूमि में एक हरा-भरा स्थान है.
सहेलियों की बाड़ी उदयपुर के सबसे खूबसूरत उद्यानों में से एक है. यह उद्यान अपने हरे-भरे लॉन, संगमरमर की कला और फव्वारों के लिए प्रसिद्ध है. सहेलियों की बाड़ी को अंग्रेजी में गार्डन ऑफ मेड्स कहते हैं. यह प्रसिद्ध उद्यान फतेह सागर झील के तट पर स्थित है, जो राजस्थान की शुष्क भूमि में एक हरा-भरा स्थान है. इसका निर्माण 18 वीं शताब्दी में महाराणा संग्राम सिंह ने शाही परिवार की महिलाओं के लिए करवाया था.
राजा ने खुद तैयार किया था डिज़ाइन
मिली जानकारी के अनुसार, इस बगीचे को राजा ने खुद डिजाइन किया था और उन्होंने यह बगीचा अपनी रानी को उपहार में दिया था. दरअसल, रानी की शादी में उनके साथ 48 नौकरानियां आई थीं. उन सभी को समर्पित यह उद्यान बनाया गया था. यह उद्यान शाही महिलाओं के लिए सबसे प्रिय विश्राम स्थल हुआ करता था. रानी अपनी दासियों और सहेलियों के साथ यहां घूमने आती थीं और समय बिताती थीं.
बाड़ी का इतिहास
फतेह सागर झील से नहरों में बहता हुआ पानी ऐसी सुरों की अनोखी अनुभूति पैदा करता है जो पूरे प्रांगण में गूंजती है . पर्यटकों और विशेष रूप से प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए यह एक फेमस स्थान है. जहां उन्हें कैमरे में कैप्चर करने के लिए काफी कुछ मिल जाएगा.
वास्तुकला का अप्रतिम उदाहरण
सहेलियों की बाड़ी की वास्तुकला भी कुछ ऐसी है जो पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देगी. इस खूबसूरत पार्क में सुंदर नक्काशीदार संगमरमर का मंडप भी एक प्रमुख आकर्षण है. एक बार जब आप इसके अंदर पहुंचेंगे, तो पार्क का माहौल आपके मन में छा जाएगा.