27 साल पुराने जख्म हुए ताजा, गंभीर की गाइडेंस में लगा टीम इंडिया को झटका, रोहित-कोहली की बढ़ी टेंशन !
रोहित 35 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे जबकि वाशिंगटन सुंदर 35 तो विराट कोहली ने 20 रन बनाए. बाकी बल्लेबाज आए दहाई का आंकड़ा भी नार नहीं कर सके। जिसके चलते श्रीलंका से मिले 249 रन का टारगेट का पीछा करते हुए।
1997 के बाद टीम इंडिया को श्रीलंका ने बड़ा जख्म दिया, तीन मैचों की वनडे सीरीज में रोहित ब्रिगेड को हार झेलनी पड़ी. सीरीज का पहला मैच टाई होने के बाद टीम इंडिया लगातार दो वनडे मुकाबले हार गई. टीम इंडिया ने 27 साल बाद श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज गंवाई है.
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बता दें कप्तान रोहित को छोड़ दें तो वनडे सीरीज में कोई भी बल्लेबाज नहीं चला. वहीं, हाल आखिरी मैच में देखने को मिला. रोहित 35 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे जबकि वाशिंगटन सुंदर 35 तो विराट कोहली ने 20 रन बनाए. बाकी बल्लेबाज आए दहाई का आंकड़ा भी नार नहीं कर सके। जिसके चलते श्रीलंका से मिले 249 रन का टारगेट का पीछा करते हुए। टीम इंडिया महज 138 रनों पर ही ढेर हो गई और 110 रन से हार गई. इसके साथ ही श्रीलंका ने 2-0 से सीरीज को अपने नाम किया बता दें श्रीलंका के दुनिथ वेल्लालागे ने पंजा खोला और 5.1 ओवर के अपने स्पेल में महज 27 रन देकर 5 विकेट चटकाए. रिपोर्ट्स की मानें तो श्रीलंकाई स्पिनर्स के सामने भारत के सभी बल्लेबाज इस पूरी वनडे सीरीज में बेबस दिखे. उन्होंने भारत के 27 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. ये भारत का सबसे शर्मनाक प्रदर्शन भी है. दुनिथ वेल्लालागे भारत के खिलाफ वनडे में एक से ज्यादा बार 5 विकेट हॉल लेने वाले पहले स्पिनर बन गए हैं. उन्होंने दो बार ऐसा किया है. 2023 में ही उन्होंने एक वनडे मैच में ये कमाल किया था और अब इस मैच में.
पूरी सीरीज में शर्मनाक प्रदर्शन गंभीर के खिलाड़ियों का
हालांकि इस मैच में गंभीर ने जिन खिलाड़ियों पर विश्वास जताया जैसे शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, इन दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन पूरी सीरीज में शर्मनाक रहा,. जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है अगरी बार इन दोनों खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया जाएगा. बता दें श्रीलंका में मिली हार के बाद कप्तान रोहित ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ये कोई चिंता की बात है. लेकिन ये कुछ ऐसा है जिसे हमें व्यक्तिगत रूप से और एक गेमप्लान के रूप में देखना होगा. ये एक मजाक है. जब आप भारत के लिए खेल रहे हों तो कभी भी आत्मसंतुष्टि नहीं होगी. जब मैं कप्तान होता हूं तो आत्मसंतुष्टि का कोई मौका नहीं होता. लेकिन आपको अच्छे क्रिकेट को श्रेय देना होगा. रोहित ने आगे कहा कि श्रीलंका ने हमसे बेहतर खेला. हमने परिस्थितियों को देखा और संयोजन के साथ गए ऐसे लोग भी हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है और इसलिए बदलाव हुए हैं. सकारात्मकता के बजाय ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन पर हमें ध्यान देने की जरूरत है. रोहित के इस बयान से मालूम होता है कि उने्होंने सीधा सीधा उन खिलाड़ियों को वार्निंग दी हैजिनका बल्ला एक मैच में भी नहीं चला. बता दें इस सीरीज में तीसरी सबसे बड़ी गलती गंभीर की एक्सपीरेमेंट में रही कभी किसी खिलाडी को फोर्थ डाउन उतारा तो कभी किसी और को, जिसके चलते टीम इंडिया को श्रीलंका में नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसा 27 साल बाद हुआ है जब भारत ने श्रीलंका में सीरीज गंवाई हो.