Jay Shah ICC: कौन से वो 4 कारण, जिसके चलते जय शाह बने क्रिकेट के शहंशाह, पढ़ें एक क्लिक में
Jay Shah ICC role 2024: जय शाह ने 35 साल की उम्र में निर्विरोध ICC अध्यक्ष का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। जानिए कैसे उनके क्रिकेट प्रशासनिक अनुभव के साथ किन कारणों ने उन्हें इस ऊंचे पद तक पहुंचाया।
Jay Shah ICC election 2024: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का चुनाव निर्विरोध जीतने के बाद BCCI अध्यक्ष जय शाह का रुतबा और बढ़ गया है। मंगलवार को उनके औपचारिक रूप से ICC चुनाव जीतने की घोषणा हुई। वह दिसंबर 2024 से पदभार संभालेंगे। बता दें, महज 35 साल की उम्र में जय शाह ने इलेक्शन जीत कर इतिहास रचा दिया है। वह आईसीसी के सबसे युवा अध्यक्ष हैं और 5 सालों तक ICC की बागडोर संभालेंगे। वहीं जय शाह को दुनियाभर से बधाइयां मिल रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ICC अध्यक्ष में किन चीजों ने अहम भूमिका निभाई? जानकार हैरानी होगी,उनका क्रिकेट प्रशासन से पुराना नाता है। वह 2009 में अहमदाबाद क्रिकेट बोर्ड से जुड़े थे। इसे बाद उन्हें गुजरात क्रिकेट संघ की जिम्मेदारी मिली और 2013 में वह संयुक्त सचिव बन गए। वहीं कई और भी फैक्टर हैं जिनकी वजह से वह सभी से आगे निकल गए तो चलिए जानते हैं उन कारणों के बारे में-
1) जब बात खिलाड़ियों से संबंध की आती है तो प्रोफेशनल स्तर के अलावा निजी स्तर पर भी जय शाह के खिलाड़ियों से बेहतरीन रिश्ते हैं। पर, इसका मतलब ये नहीं है कि पूर्व आईसीसी चेयरमैन खिलाड़ियों से अच्छे संबंध नहीं रखते थे। रोहित शर्मा से, विराट कोहली तक चाहे हार्दिका पांड्या,हो फिर बुमराह । सभी खिलाड़ियों से जय शाह के संबंध सहज है।
ये भी पढ़ें-जय शाह को निर्विरोध अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का नया अध्यक्ष चुना गया
2) जब भी जय शाह के करियर की बात होती है,तो कोविड-19 के दौरान उनके प्रयास को याद किया जाा है। उन्होंने 2020-2021 में चुनौती से गुजरते हुए भी खिलाड़ियों के साथ मैच टूर्नामेंट का सफल आयोजन किया था। उन्होंने IPL के दौरान बायो-बबल की शानदार नीति को अपनाया। जहां कोविड के रोकमाथ के साथ खिलाड़ियों को कोरोना के प्रसार को रोकना सबसे बड़ा लक्षय था,जिसे बीसीसीआई ने पार किया।
3) कई सालों पहले दुनिया में मैन क्रिकेट और आईपीएल की धूम थी लेकिन उन्होंने महिला क्रिकेटरों को समान मौका देते हुए महिला प्रीमियर लीग (WPL) की शुरुआत की। अभी तक इस टूर्नामेंट के 2 सीजन आयोजित हो चुके हैं। वहीं खास बात रही कि महिल क्रिकेटरों-मैन क्रिकटर्स को समान राशि दी जाती है।
4) टेस्ट क्रिकेट में भी जय शाह ने कई अहम कदम ठाए हैं। जहां इस साल भारत 10 टेस्ट मैच खेलेगी,वहीं अगर इन टूर्नामेंट में रोहित शर्मा-विराट कोहली खेलते हैं,तो उन्हें 6 करोड़ रुपए यानी ( हर मैच के 60 लाख रुपए मिलेंगे। जिसमें 45 लाख प्रोत्साहन राशि है। ये ए प्लस खिड़ालयों के लिए केंद्रीय रिटेनरशिप अनुबध से केवल 1 करोड़ रुपए कम है। हालांकि, इसका मतलब ये भी नहीं है कि शाह ने खिलाड़ियों के घरेलू क्रिकेट अंदाज करने पर उन्हें सजा नहीं दी।