कहीं खिलाड़ियों के कमरे में पंखा नहीं, कहीं खाने को खाना नहीं! पेरिस ओलंपिक का हाल देखकर आप भी हो जाएंगे हैरान
Players face many problems in Paris Olympics:पेरिस ओलंपिक में खिलाड़ियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कहीं एथलीट के कमरों का पंखा खराब पड़ा है। तो कहीं खिलाड़ियों को भरपेट खाना नहीं मिल रहा है।
Players face many problems in Paris Olympics: दुनिया के सबसे बड़े खेल ओलंपिक के आयोजन में करोड़ो रूपये का खर्च आता है। खिलाड़ियों के रहने, खाने से लेकर उनकी सभी जिम्मेदारी आयोजकों की होती है। लेकिन इतना पैसा खर्च करने के बाद भी ओलंपिक में खिलाड़ियों को नर्क जैसी जिंदगी गुजारनी पड़ रही है।
एथलीटों को कई शिकायतें
पेरिस ओलंपिक में इस बार एथलीटों को ठहरने, खाने-पीने और आवाजाही की सुविधाओं को लेकर कई तरह की शिकायतें हैं। इसके साथ ही खिलाड़ियों के कमरों से महंगे सामानों की चोरी की शिकायतें भी आम हो रही हैं। जिससे खेलगांव में सबसे जरूरी सिक्योरिटी के बंदोबस्त को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
कहीं पंखा खराब, कहीं खाना नहीं!
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि ज्यादातर सभी देशों के खिलाड़ियों की शिकायतें एक जैसी ही हैं। भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु के कमरे का फैन खराब हो गया। जिसके कारण उन्हें गर्मी से जूझना पड़ा। वहीं बॉक्सर अमित पंघाल एक भारतीय रेस्तरां से दाल-रोटी मंगाकर खा रहे हैं।
खिलाड़ियों के लिए ओलंपिक बना ‘नरक’
भारतीय मुक्केबाज ने यात्रा के दौरान बताया कि यह ‘नरक की यात्रा’ जैसी लगी। वह अकेली शिकायत करने वाली नहीं हैं और गर्मी सिर्फ उन परेशानियों में से एक है जो करीब 9 अरब डॉलर की लागत वाले खेलों के लिए यहां आए टॉप एथलीटों ने जाहिर की हैं। परिवहन की परेशानी के अलावा पेरिस में ओलंपियन भूखे पेट रहने या अपने सामान की चिंता के कारण नींद गंवा रहे हैं।
खिलाड़ियों के कमरे से हो रहीं चोरियां
ओलंपिक के लिए पेरिस में ठहरें खिलाड़ियों को चोरी का भी सामना करना पड़ रहा है।एक जापानी रग्बी खिलाड़ी ने अपनी शादी की अंगूठी खो दी। वहीं एक ऑस्ट्रेलियाई कोच ने चोरी हुए क्रेडिट कार्ड की शिकायत की है। अमेरिकियों ने तंग कमरों का मजाक उड़ाया है। भारतीय खिलाड़ियों को लगता है कि शाकाहारी खाना कम रहता है। वहीं ब्रिटेन ने अपने खुद के शेफ को बुलाया है।
कोई भी खिलाड़ी संतुष्ट नहीं
भारत के टॉप रैंक वाले एकल टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने कहा कि ‘सोने से लेकर बस और खाने तक। मुझे नहीं लगता कि मैंने जिस किसी एथलीट से बात की है, वह संतुष्ट है।’ बॉक्सर अमित पंघाल पास के एक भारतीय रेस्तरां से रात के खाने के लिए दाल और रोटी मंगवा रहे हैं।