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ग्रेटर नोएडा का चर्चित कुणाल हत्याकांड, मुठभेड़ में हत्यारे गिरफ्तार, करीबी ही निकले आरोपी

ग्रेटर नोएडा में होटल कारोबारी के बेटे कुणाल की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद सभी हत्यारों को दबोच लिया है, जानकारी मिली है कि ये सारा कारनामा मृतक कुणाल के दोस्त, उसकी गर्लफ्रेंड और एक अन्य आरोपी द्वारा कारित किया गया था। आरोपी कारोबारी का होटल हथियाना चाहते थे जिसके चलते ये पूरी साजिश रची गई थी।

ग्रेटर नोएडा का चर्चित कुणाल हत्याकांड, मुठभेड़ में हत्यारे गिरफ्तार, करीबी ही निकले आरोपी

ग्रेटर नोएडा में होटल कारोबारी के बेटे कुणाल की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद सभी हत्यारों को दबोच लिया है, जानकारी मिली है कि ये सारा कारनामा मृतक कुणाल के दोस्त, उसकी गर्लफ्रेंड और एक अन्य आरोपी द्वारा कारित किया गया था। आरोपी कारोबारी का होटल हथियाना चाहते थे जिसके चलते ये पूरी साजिश रची गई थी।

मुठभेड़ के दौरान दबोचे गये हत्यारे

ग्रेटर नोएडा में कारोबारी के बेटे की हत्या के मामले में पुलिस और SWAT टीम को बड़ी सफलता मिली, पुलिस ने मुठभेड़ में आरोपियों को धर दबोचा है, एक आरोपी जो की कुणाल का दोस्त था वो पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ है, जबकि उसके साथी हिमांशु को भी थाना बीटा-2 पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है वहीं आरोपियों में एक शख्स मनोज भी शामिल है जो मृतक के परिवार का रिश्तेदार बताया जा रहा है, पुलिस के मुताबिक आरोपी मनोज मृतक के परिवार का करीबी है, जिसका पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था, उसकी नजर होटल पर थी जिसको लेकर व्यापारी के बेटे कुणाल की हत्या की साजिश रची गई

पुलिस ने नहीं छोड़ी कोई कसर

आपको बता दें ढाबा संचालक कृष्ण कुमार शर्मा का आरोप था कि बीटा- 2 पुलिस की लापरवाही से बेटे कुणाल की जान गई वो शुरू से ही अनहोनी की आशंका जताते रहे थे लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनीसमय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो बेटे की जान बच सकती थी उन्होंने ये भी कहा था कि हत्या का दोष पुलिस पर है वो पुलिस को कभी माफ नहीं करेंगे, बता दें पुलिस की इस मामले को लेकर जिले में काफी छवि खराब हुई लेकिन पुलिस ने भी अपनी कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ी और आखिरकार आरोपियों को धर दबोचा

क्या है कुणाल शर्मा हत्याकांड

बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र स्थित ऐच्छर सीएनजी पंप के पास से एक व्यापारी के 15 साल के बेटे कुणाल का 1 मई 2024 दोपहर 2:45 बजे अपहरण हुआ था। दिनदहाड़े व्यापारी के बेटे का अपहरण हो गया और पुलिस को पता तक नहीं चला,व्यापारी के परिजनों ने अनहोनी की आशंका जाहिर की थी, फिर भी जिले के जिम्मेदार पुलिस अधिकारी मजे से सोते रहे और इसका अंजाम परिजनों को भुगतना पड़ा। अपहरण के पांच दिन बाद 5 मई 2024 को बच्चे की लाश बुलंदशहर में मिली। पुलिस दावा कर रही थी कि, उनके पास बेहतर सुरक्षा व्यवस्था है और तमाम सीसीटीवी फुटेज लगे हैं। उसके बावजूद भी बच्चे का अपहरण होने के बाद हत्या कर दी गई।

यह है पूरा मामला

रबूपुरा के गांव म्याना के रहने वाले ढाबा संचालक कृष्ण कुमार शर्मा का छोटा बेटा कुनाल कक्षा आठ का छात्र था। बीती 1 मई की दोपहर ढाई बजे वो रेस्टोरेंट पर बैठा था। दोपहर दो बजकर 47 मिनट पर सफेद रंग की स्कोडा गाड़ी आकर रेस्टोरेंट के बाहर रूकी। जहां कार रूकी, उसके दाएं तरफ सफेद रंग के कपड़े पहने हुए एक दिव्यांग व्यक्ति पहले से खड़ा था। कार से एक युवती ढाबे पर गई और उसने पनीर के साथ रोटी का आर्डर दिया। अन्य आर्डर के लिए वह कुणाल को कार तक ले गई। कार के बाएं तरफ से युवती ने कवर किया और दाएं तरफ से दिव्यांग ने कवर किया।

फर्जी नंबर प्लेट का किया इस्तेमाल

छात्र के बीच में बैठते ही आरोपी तेज स्पीड में कार लेकर मौके से फरार हो गए। दिव्यांग व्यक्ति ने अपना मुंह सफेद गमछा से ढका हुआ था। कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। इस अपहरण का सीसीटीवी इंटरनेट मीडिया पर भी खूब प्रसारित हुआ। 5 मई की सुबह छात्र का शव बुलंदशहर में मिला। उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद बीटा दो कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया था