Kashi के रंग में रंगे पीएम मोदी, पूर्वांचल के विकास पर कही ये बात, पढ़ें पूरी खबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने RJ शंकरा आई हॉस्पिटल का लोकार्पण किया और 6,661 करोड़ रुपये की लागत वाले विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करने के साथ काशी वासियों को संबोधित किया।
पीएम मोदी इस वक्त अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से दौरे पर हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं और काशी वासियों ने फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। वहीं, प्रधानमंत्री ने आरजे शंकरा आई हॉस्पिटल का लोकार्पण करने के साथ महादेव की नगरी से पांच राज्यों को 6,6611 करोड़ के प्रोजेक्ट की सौगात दी। इस दौरान उनके साथ स्वागत में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनात मौजूद रहें। साथ ही पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले काशी केवल धर्मनगरी के रूप में जाना जाता थे लेकिन अब ये विकास की नई इबारत लग रहा है।
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'पवित्र महीने मे आया हूं काशी'
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि अब वाराणसी पूर्वांचल में एक बड़ा स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थकेयर हब के रूप में मशहूर हो रहा है। इस पवित्र महीने में काशी आना एक धार्मिक अनुभव है। यहां काशी के निवासियों के साथ संतजन और परोपकारी लोग भी हैं, जो इसे और भी खास बनाते हैं। इससे बेहतर अवसर और क्या हो सकता है। कहा कि परमपूज्य शंकराचार्य जी के दर्शन और आशीर्वाद पाने का सौभाग्य मिला है। उनके आशीर्वाद से ही काशी और पूर्वांचल को एक नया अस्पताल मिला है। भगवान शंकर की नगरी में आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल अब सभी लोगों की सेवा के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के कई लोगों की आंखों की समस्याओं को दूर करेगा और उन्हें रोशनी प्रदान करेगा। यह अस्पताल बुजुर्गों और बच्चों, दोनों की देखभाल करेगा, और बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा देगा। साथ ही, यह अस्पताल यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी लेकर आया है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
पीएम मोदी के काशी आगमन पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां तक पीएम मोदी से मिलने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीच में रोक लिया गया। बताया जा रहा है वह पीएम को पत्र सौंपना चाहते थे। इसपर कांग्रे महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने आपत्ति जाहिर की है। कहा कि हम कांग्रेस कार्यकर्ता नही बल्कि काशी के नागरिक होने के हक से पीएम मोदी से मिलकर अपने मुद्दे रखना चाहते हैं लेकिन हमेर रोक दिया। इसके बाद अधिकारियों को हमने पत्र सौंपा।