पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण तक उफान पर सारी नदियाँ, गंगा का रौद्र रूप देख सहमे ग्रामीण, पढ़ें Exclusive रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण 10 जिलों में बाढ़ की गंभीर स्थिति बनी हुई है। पिछले 24 घंटों में 10 लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को फील्ड में जाकर राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और नदियों के उफान से 10 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। गंगा, बूढ़ी राप्ती, रोहिणी, क्वानो और गंडक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे इन क्षेत्रों में हालात और बिगड़ गए हैं। पिछले 24 घंटों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कुछ की मौत बिजली के करंट से और कुछ की अतिवृष्टि के चलते हुई है।
10 लोगों की हुई मौत
राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, बीते चौबीस घंटों में जिन 10 लोगों की मौत की सूचना है, उनमें से तीन बिजली की चपेट में आ गए, एक व्यक्ति की मौत सर्पदंश से हुई, और छह लोग बारिश के कारण जान गंवा बैठे। इस दौरान प्रदेश में औसतन 13.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि 18 जिलों में सामान्य से 120% अधिक बारिश हुई है।
नदीयां खतरे के निशान के पहुंची करीब
सिंचाई विभाग के अनुसार, अयोध्या और बाराबंकी में घाघरा, श्रावस्ती और बलरामपुर में राप्ती, और सिद्धार्थनगर में कुन्हरा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। खासकर राप्ती और कुन्हरा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।
बाढ़ से कई जिलों में हुई प्रभावित
बाढ़ प्रभावित जिलों में कुशीनगर, महराजगंज, लखीमपुर खीरी, बलिया, गोंडा, कानपुर नगर, सीतापुर, हरदोई, फतेहपुर, और शाहजहांपुर प्रमुख हैं। इन क्षेत्रों में लोगों की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई है। कुशीनगर में गंडक नदी के उफान से 19 गांवों की 8 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। एनडीआरएफ ने वहां राहत कार्य तेज करते हुए शिवपुर गांव से 10 लोगों को सुरक्षित निकाला। कई गांवों की फसलें भी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं।
सीएम योगी ने की समीक्षा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को फील्ड में जाकर राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को हर संभव मदद मुहैया कराई जाए और उनका सुरक्षित पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए।