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Prayagraj News: मदरसे में धड़ाधड़ चल रही थी नकली नोटों की छपाई, नकली नोटों के महाकुंभ से कनेक्शन के मिले सुबूत!

Prayagraj fake currency: पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में मदरसे का मौलवी मोहम्मद तफसीरूल आरीफीन, ओडिशा का रहने वाला जाहिर खान, मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद अफजल शामिल है। शुरुआती पुछताछ में पता चला कि ये आरोपी एक दिन में 20 हजार रुपये के नोटों की छपाई करते थे।

Prayagraj News: मदरसे में धड़ाधड़ चल रही थी नकली नोटों की छपाई, नकली नोटों के महाकुंभ से कनेक्शन के मिले सुबूत!

Prayagraj fake currency: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां चल रही है। प्रशासन की तरफ से इस आयोजन में किसी प्रकार की कोई चूक न हो, इसलिए पूरी तरह से सभी चीजों पर नजर रखी जा रही है। लेकिन इसी बीच एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जहां पर एक मदरसे के अंदर नकली नोटों की छपाई का काम चल रहा था।

मदरसे में चल रहा था नकली नोटों की छपाई का काम

प्रयागराज में बुधवार को एक ऐसी खतरनाक साजिश का खुलासा हुआ, जिसके निशाने पर यही महाकुंभ मेला था। दरअसल, साजिश थी नकली नोटों की एक बड़ी खेप को महाकुंभ मेले में खपाने की और इसे प्रयागराज के एक मदरसे से अंजाम दिया जा रहा था। पुलिस ने यहां छापेमारी कर मदरसे के मौलवी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बड़ी संख्या में नकली नोट भी बरामद किए गए हैं। मदरसे में बच्चों की छुट्टी हो जाने के बाद एक खाली कमरे के अंदर नकली नोटों की छपाई की जाती थी।

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100-100 के नकली नोट हुए बरामद

प्रयागराज पुलिस को कुछ दिनों पहले अपने सूत्रों से खबर मिली थी कि बाजार में कुछ लोग नकली नोट चला रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की और नकली नोटों के इस गैंग के तार एक मदरसे से जुड़े हुए मिले। जब पुलिस के पास सारे सबूत पुख्ता हो गए, तब पुलिस ने फोर्स के साथ मदरसे पर छापा मारा। मदरसे में एक कमरे के भीतर नोट छपाई का काम होता था। इस साजिश में मदरसे के मौलवी सहित कुल चार शामिल मिले, जिन्हें मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा कमरे के अंदर से स्कैनर, प्रिंटिंग मशीन और 100-100 के ऐसे नकली नोट भी मिले, जिन्हें शीट से काटा जाना बाकी था।

कैसे पता चला कि महाकुंभ से जुड़े लिंक?

ये नकली नोटों का रैकेट किसी आतंकी संगठन या इंटरनेशनल ग्रुप से जुड़ा है, ये अंदेशा होने पर गुरुवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम भी मदरसा पहुंची। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टीम ने जब गिरफ्तार लोगों के मोबाइल फोन की जांच की, तो उनकी ब्राउजिंग हिस्ट्री में महाकुंभ से जुड़े लिंक मिले। साथ ही सुराग ऐसे मिले, जिनसे माना जा रहा है कि नकली नोटों की एक बड़ी खेप महाकुंभ मेले में खपाने की तैयारी थी। बताया जा रहा है कि प्रयागराज के इस मदरसे में कई राज्यों के बच्चे पढ़ते हैं, जिनके जरिए आसानी से नोट खपाए जाने की प्लानिंग चल रही थी।

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एक दिन में हो रहे हैं 20 हजार के नोट तैयार

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में मदरसे का मौलवी मोहम्मद तफसीरूल आरीफीन, ओडिशा का रहने वाला जाहिर खान, मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद अफजल शामिल है। शुरुआती पुछताछ में पता चला कि ये आरोपी एक दिन में 20 हजार रुपये के नोटों की छपाई करते थे। इसके बाद इन नोटों को आस-पास के मार्केट में चलाया जाता था। चूंकि नोट 100-100 के होते थे, इसलिए पकड़े जाने की गुंजाइश ना के बराबर होती थी। पिछले तीन महीनों के दौरान ये लोग लगभग 5 लाख रुपए के नकली नोट बाजार में खपा चुके हैं।