Varanasi News: क्या काशी के मंदिरों में अब नहीं होगी साईं बाबा की पूजा? हटाई जा रही मूर्तियां, पढ़ें रिपोर्ट
वाराणसी में ज्ञानवापी से ज्यादा साई विवाद शुरू हो गया है। सनातन रक्षक दल ने कई मंदिरों से साईं की मूर्ति हटा दी है। जानें आखिर पूरा मामला क्या है।
वाराणसी की गलियों में इन दिनों ज्ञानवापी से ज्यादा साई विवाद छाया हुआ है। जहां लगातार हिंदू मंदिरों से साई बाबा की मूर्ति हटाने का मामला गरमा गया है। बता दें, बीते कई हफ्तों से सनातन रक्षक दल ने एक मुहिम छेड़ी है। जिसके तहत अभी तक शहर के लगभग 12 मदिरों से साईं मूर्ति हटा दी गई है। इससे इतर सोशल मीडिया पर मूर्ति हटाने के कई वीडियो भी सामने आए है। इस मसले पर सनातन रक्षक दल प्रमुख अजय शर्मा ने कहा कि हिंदू देवी-देवताओं के साथ साई की प्रतिमा की पूजन का कोई भी मतलब नहीं है। वहीं इन घटनाओं का सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने विरोध किया है। सबसे पहले आप ये वीडियो देखिए जहां मंदिरों में साईं की मूर्ति को ढका जा रहा है या तोड़ा जा रहा है।
#UttarPradesh #Varanasi में मंदिरों से साईं प्रतिमा हटाए जाने को लेकर बड़ी चर्चा है। बता दें, दो वर्ष पूर्व स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के कड़े विरोध के बाद छिंदवाड़ा नगर शक्तिपीठ में लगी साईं बाबा की मूर्ति हटा दी गई थी। इससे पहले, स्वामी श्री ने 2018 में भी इसी तरह की मुहिम… pic.twitter.com/y6U801yJTW
— अनुराग ?? (@VnsAnuTi) October 1, 2024
'पुरानी गलतियों को सुधार रहे हम'
इस मसले पर सनातन रक्षक दल के प्रदेशाध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि हिंदू धर्म में साईं की पूजा का कोई भी उल्लेख नहीं है। इसका जिक्र शास्त्रों में नहीं किया गया है और न अभी तक इसके प्रमाण मिले हैं। भोलीभाली जनता जानकारी के अभाव में साईं प्रतिमा को पूजती है, जो उनकी आस्था से खिलवाड़ के साथ पूरी तरह गलत है। कहा कि इतिहास में जो गलती हुई हैं, हम उसे सुधार रहे हैं। इसी कड़ी में शहर के पुजारियों को इसके बार में जानकारी दी जा रही है और साईं प्रतिमाओं को हटाया जा रहा है। यह सिलसिला लगातार चलता रहेगा जबतक काशी के सभी मंदिर साईं प्रतिमा से मुक्त नहीं हो जाते।
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शंकराचार्य ने दिया था बयान
बता दें इस मामले में सबसे पहले शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सवरस्ती का बयान सामने आया था। उन्होंने मंदिर में होने वाली साईं पूजा का विरोध किया था। जिसके बाद देश में काफी विरोध भी हुआ था। यहां तक कई साधू-मुनि शंकराचार्य के पक्ष में खड़े थे। मामला ज्यादा बढ़ने पर सपा एमएलसी आशुतोष शर्मा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने इसे माहौल खराब की साजिश करार दिया। कहा कि बीजेपी सरकार लोगों को भ्रमित करने का काम रही है। सरकार को रोजगार और शिक्षा पर बात करनी चाहिए हालांकि इससे उनका कोई नाता नहीं है।