यादवलैंड के दुर्ग में भगवा लहरा पाएंगे ठाकुर जयवीर या फिर से कमाल दिखाएंगे अखिलेश की 'क्वीन' ?
यूपी की मैनपुरी सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है. मैनपुरी को मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि भी कहा जाता है. साल 2022 में मुलायम के देहांत के बाद उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव यहां से सांसद चुनी गई थी.
यूपी की मैनपुरी सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है. मैनपुरी को मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि भी कहा जाता है. साल 2022 में मुलायम के देहांत के बाद उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव यहां से सांसद चुनी गई थी.
यूपी में जहां मूसम की पारा चढ़ रहा है. वहीं, लोकसभा चुनाव के चलते सियासी पारा भी लगातार बढ़ रहा है. लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को यूपी की 10 सीटों पर मतदान होना है. जिसमें सबसे हॉट सीट यूपी की मैनपुरी सीट बनी हुई है. इस सीट पर सपा से सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिपल यादव को चुनाव मैदान में उतरा है. वहीं, बीजेपी ने इस सीट से दिग्गज नेता जयवीर सिंह को अपना प्रत्याशी चुना है. इस बार सपा और कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही हैं, वहीं, रालोद इस बार एनडीए के तहत बीजेपी का हिस्सा है
सपा का गढ़ है मैनपुरी सीट
मैनपुरी को सपा का गढ़ का कहा जाता है. 1996 के लोकसभा चुनाव से इस सीट पर सपा का कब्जा है. मुलयाम सिंह यादव लगातार पांच बार इस सीट से सांसद चुनकर आये है. 2022 में मुलायम के निधन के बाद डिंपल यादव यहां से चुनाव लड़ी और जीत हासिल की.ये सीट सपा की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक है. इसलिए डिंपल यादव को मैनपुरी से चुनाव लड़ाया जा रहा है.
जयवीर सिंह मैनपुरी सदर से हैं विधायक
बीजेपी प्रत्याशी जयवीर सिंह वर्तमान समय में मैनपुरी सदर विधानसभा से विधायक हैं. इस विधानसभा को सपा का गढ़ कहा जाता है. साथ ही जयवीर सिंह सीएम योगी के खास भी कहा जाता है. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने इस सीट को जीतकर बीजेपी के खाते में डाला था. जिसके बाद उनका यूपी की राजनीति में कद बढ़ गया है. जयवीर की सीट के ओबीसी और ठाकुर वोट बैंक में मजबूत पकड़ है. वह तीसरी बार विधायक बने हैं.
मैनपुरी का वोट समीकरण
मैनपुरी लोकसभा सीट पर कुल 17 लाख से ज्यादा वोटर हैं. आंकड़ों पर नजर डाले तो यहां 4.25 लाख से अधिक वोट यादव समुदाय का हैं. सीट पर करीब 3.25 लाख शाक्य समाज और 1.20 लाख ब्राह्मण वोटर हैं. इसके अलावा सीट पर 50 हजार से ज्यादा मुस्लिम और एक लाख से ज्यादा लोधी वोटर हैं. इस सीट पर बीजेपी पाटी का अभी तक सांसद नहीं चुना गया है.