Churu News: कवि सम्मेलन में VIP तड़का, भामाशाह का दोहरा चरित्र, वेलफेयर के नाम पर दिखावा, लोगों में भारी रोष
भामाशाह अपने आनंद के लिए एक-दो दिन के लिए आते हैं और वापस चले जाते हैं, लेकिन स्थानीय लोगों की समस्याओं के प्रति उदासीन रहते हैं। पास प्रथा के कारण कार्यक्रम में शहरवासियों को प्रवेश नहीं मिला, जिससे उनमें रोष है।
चूरू जिले के सुजानगढ़ में महिला जागृति समिति द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन विवादों में घिर गया है। कार्यक्रम में VIP लोगों की मौजूदगी और पास प्रथा के चलते आम जनता को कार्यक्रम से दूर रखा गया, जिससे लोगों में आक्रोश है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वेलफेयर के नाम पर आयोजित इस कार्यक्रम में VIP लोगों को बुलाकर आम जनता को उपेक्षित किया गया।
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स्थानीय लोगों में आक्रोश
लोगों का कहना है कि भामाशाह अपने आनंद के लिए एक-दो दिन के लिए आते हैं और वापस चले जाते हैं, लेकिन स्थानीय लोगों की समस्याओं के प्रति उदासीन रहते हैं। पास प्रथा के कारण कार्यक्रम में शहरवासियों को प्रवेश नहीं मिला, जिससे उनमें रोष है।
कलेक्टर के बयान पर भड़के आमजन
कार्यक्रम में कलेक्टर अभिषेक सुराणा भी मौजूद थे। जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि "एक बार अंदर जाकर पता करते हैं, फिर बता पाएंगे।" हालांकि, उनके इस बयान से लोगों का गुस्सा और भड़क गया।
आयोजकों से जवाबदेही की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन आम जनता के हित के लिए होना चाहिए, न कि VIP संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए। उन्होंने मांग की है कि आयोजकों को इस मामले में जवाबदेही तय करनी चाहिए और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों में आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।