Exclusive Interview: क्यों दिया किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफा ? भारत रफ्तार संग बातचीत में खुलासा, यहां पढ़ें पूरी खबर
Kirodi Lal Meena News: राजस्थान के फायर ब्रांड नेता किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में भारत रफ्तार ने उनसे एक्सक्लूसिव बातचीत की है,जानिए उन्होंने पद छोड़ने के बारे में क्या कहा और कौन से बड़े खुलासे किये।
भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता व भजनलाल सरकार में मंत्री रहे किरोड़ी लाल मीणा राजस्थान के फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं। बीते महीनों, उन्होंने लोकसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान में प्रत्याशियों को मिली हार का जिम्मा लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में भारत रफ्तार के एडिटर जितेश जेठनंदानी ने किरोड़ी लाल मीणा से एक्सक्लूसिव बातचीत की। उन्होंने पद छोड़ने के साथ कई बड़े खुलासे किये। मीणा के साथ बातचीत के कुछ अंश हम आपके लिए लेकर आए हैं-
ये भी पढ़ें-
1) मंत्री पद छोड़ने पर दिया जवाब
मंत्री पद छोड़ने के सवाल पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पद की मुझे कोई भी लालसा नहीं है, मै जनता का सेवक हूं। बहुत से लोग इसे पार्टी,सरकार और सर्वोच्च नेताओं पर प्रेशर बनाने की राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं है। मीणा ने जिक्र किया कि विधानसभा चुनाव में वादा किया था कि राजस्थान पूर्वी की चार सीटें हार गए तो मैं अपना इस्तीफा दे दूंगा। 45 साल तक जमीनी स्तर पर काम किया,इसके बाद भी चुनावों में पार्टी के पक्ष में रिजल्ट न ला सका तो किसी और का नहीं बल्कि मेरा दोष है। इस दौरान वह विपक्ष पर निशाना साधते हुए नजर आए उन्होंने कहा कि विपक्ष संविधान बदल देंगे, जनता के हक छीन लेंगे जैसी बातों के साथ मैदान में था, इन विपरीत परिस्थितियों में भी हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकें, बल्कि ऐसी स्थितियों में हमने दिन-रात सालों काम किया है। विपक्ष बीजेपी को बदनाम करने की कोशिश करा रहा है।
2) 'जातिवाद था 2024 का लोकसभा चुनाव'
लोकसभा चुनाव में विपक्ष बीजेपी के खिलाफ संविधान बदलने का नेरेटिव सेट करने में सफल रहा था, जिसपर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि 2014,2019 का लोकसभा चुनाव राष्ट्रवाद पर लड़ा गया था, इसलिए कांग्रेस का नामोनिशान दूर-दूर तक नहीं दिखा। हालांकि, 2024 के चुनावों में विपक्ष शुरुआत से ही बीजेपी के खिलाफ संविधान बदलने का आरोप लगाता रहा। यहां तक खुद पीएम मोदी ने जनता को विश्वास दिलाया था लेकिन कांग्रेस एससी-एसटी समुदाय को इस बार बहकाने मे सफल रही।
3) डोटासरा पर क्या बोले मीण
बता दें, कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा अक्सर किरोड़ी लाल मीणा पर हमलावर रहते हैं। ऐसे में पहले गहलोत खेमा, फिर पायलट खेमा और अब डोटासरा के लगातार बयानबाजी करने पर मीणा ने जवाब दिया, जब मेरा वक्त था जब मैंने गहलोत-पायलट को जमकर निशाने पर लिया तो अब उनके पास मौका है तो वह इसे क्यों छोड़ेंगे हालांकि, मैं उनके जैसी ओछी भाषा में जवाब नहीं देना चाहता।
4) 'पेपरलीक पर काम चल रहा है'
मीणा ने राजस्थान पेपर लीक मामले में कहा कि, जब से भनजलाल सरकार आई है, इस मसले पर काम चल रहा है। एसओजी 166 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरएस का पेपर सरकार आते ही रद्द किया गया। इस दौरान उन्होंने आरपीएससी को सबसे भ्रष्टा संस्था बताया। कहा कि आरपीएससी में राजनीतिक दखल चलता है जिसे खत्म करने की जरूरत है।
5) 'आदिवासी हिंदू नहीं है' मामले पर बयान
वहीं, इन दिनों राजस्थान में कई आदिवासी नेता खुद के हिंदू न होने पर भी बयान दे चुके हैं,इस बारे में मीणा ने कहा कि,16 संस्कारों का पालन आदिवासी करते,पेड़ की पूजा भी करते हैं और हिंदू भी यही करते है। तो कैसे ये अलग हो गया। रामकेश मीणा भी कुछ ऐसा ही कह रहे थे। ये कुछ नहीं जानते ये लोगों को गुमराह कर उनका वोट हासिल करना चाहते है। इनको समाज, प्रदेश से कुछ मतलब नहीं है।
6) कानून-व्यवस्था पर भी रखी बात
बीते कई महीनों में राजस्थान में सांप्रदायिक माहौल खराब करने की खबरें सामने आई हैं। भीलवाड़ा से उदयपुर तक। वहीं लगातार बढ़ते अपराधों ने भी कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर जवाब देते हुए मीणा ने कहा कि सरकार कार्रवाई करने के लिए तत्पर है। जहां से मामला सामना आया,वहा सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है।