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सीएम केजरीवाल की शुगर लेवल पर लगाम.. तिहाड़ में पहली बार केजरीवाल को दी गई इंसुलिन, इंसुलिन को लेकर जमकर हुई थी बयानबाजी

दिल्ली। शराब घोटाले मामले में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बीमारी और इंसुलिन को लेकर विवाद कम नहीं हो रहा है। इंसुलिन को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जमकर बयानबाजी हो रही है। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ में पहली बार इंसुलिन दी गई है।

सीएम केजरीवाल की शुगर लेवल पर लगाम.. तिहाड़ में पहली बार केजरीवाल को दी गई इंसुलिन, इंसुलिन को लेकर जमकर हुई थी बयानबाजी

दिल्ली। शराब घोटाले मामले में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बीमारी और इंसुलिन को लेकर विवाद कम नहीं हो रहा है। इंसुलिन को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जमकर बयानबाजी हो रही है। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ में पहली बार इंसुलिन दी गई है।

CM केजरीवाल को दी गई इंसुलिन

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ में पहली बार इंसुलिन दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, जेल में केजरीवाल का शुगर लेवल लगातार बढ़ रहा था। सीएम केजरीवाल की शुगर लेवल 320 तक पहुंच गई थी। इसके बाद उन्हें इंसुलिन दी गई है, बता दें कि केजरीवाल को इंसुलिन न दिए जाने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं ने प्रदर्शन किया था। पार्टी कार्यकर्ता तिहाड़ के बाहर इंसुलिन की खुराक लेकर जेल प्रशासन के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे और AAP के नेताओं ने तिहाड़ जेल अधिकारियों से केजरीवाल को इंसुलिन उपलब्ध कराने को कहा था। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल के अंदर 'धीमी मौत' की ओर धकेला जा रहा है। पार्टी ने सवाल उठाया था कि अधिकारी उन्हें इंसुलिन देने से क्यों मना कर रहे हैं? हालांकि, दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने इस दावे को खारिज किया था। उन्होंने केजरीवाल के आहार और इंसुलिन की जरूरत पर जेल अधिकारियों की रिपोर्ट का हवाला दिया था।

AIIMS के डॉक्टरों से केजरीवाल को कराई गई कंसल्टेशन

तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया था कि एम्स के एक सीनियर डायबिटोलॉजिस्ट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केजरीवाल की कंसल्टेशन कराया गया। 40 मिनट के कंसल्टेशन के बाद डॉक्टर की ओर से केजरीवाल को आश्वस्त किया गया था, कि कोई गंभीर चिंता की बात नहीं है और उन्हें निर्धारित दवाएं जारी रखने की सलाह दी। सुनीता केजरीवाल के अनुरोध पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डॉक्टर के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री का कंसल्टेशन कराया गया था। एम्स के सीनियर डायबिटीज स्पेशलिस्ट के अलावा आरएमओ तिहाड़ और एमओ तिहाड़ भी वीसी के दौरान मौजूद थे। डॉक्टर ने सीजीएम का पूरा रिकॉर्ड और केजरीवाल द्वारा लिए जा रहे आहार और दवाओं का पूरा विवरण लिया। इस दौरान केजरीवाल द्वारा न तो इंसुलिन का मुद्दा उठाया गया और न ही डॉक्टर ने उन्हें इसके प्रयोग का सुझाव दिया। वहीं ईडी ने कोर्ट में दावा किया था कि केजरीवाल जेल में हाई कोलेस्ट्रॉल वाली चीजें खा रहे हैं। जिनमें मिठाई, लड्डू, केले, आम, फ्रूट चाट, तला हुआ भोजन, नमकीन, भुजिया, मीठी चाय, आलू-पूड़ी और अचार शामिल हैं।

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इससे पहले ईडी ने उन्हें मामले में पूछताछ के लिए 9 समन जारी किए थे। हालांकि, केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए थे। गिरफ्तारी के बाद लगभग 10 दिन तक केजरीवाल ईडी की कस्टडी में रहे थे। इसके बाद 1 अप्रैल को उन्हें अदालत ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। 15 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें फिर 23 अप्रैल तक की हिरासत में भेज दिया। वहीं, गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 29 अप्रैल को सुनवाई करेगा।