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दिल्ली सरकार का पटाखे को लेकर बड़ा फैसला, भाजपा ने उठाए सवाल, व्यापारियों की दिवाली...पढ़िए पूरी खबर

वहीं फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा ने केजरीवाल सरकार के इस फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई है

दिल्ली सरकार का पटाखे को लेकर बड़ा फैसला, भाजपा ने उठाए सवाल, व्यापारियों की दिवाली...पढ़िए पूरी खबर

सर्दियों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। दिल्लीवासी इस साल भी दिवाली पर पटाखे नहीं फोड़ पाएंगे। सरकार ने पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस बीच इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है।

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भाजपा ने पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर उठाए सवाल:

विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने राजधानी दिल्ली में दिवाली के मौके पर पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध का विरोध किया है। भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत का कहना है कि वायु प्रदूषण के मुख्य कारणों पर ध्यान देने के बजाय सरकार सिर्फ जनता और व्यापारियों को परेशान कर रही है। केजरीवाल सरकार के नौसिखिए मंत्री बाहर बैठकर फैसले लेते हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि दशहरा और दिवाली ही कुछ ऐसे त्योहार हैं, जिनमें लोग पटाखे जलाते हैं। कमलजीत सहरावत ने कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने दिवाली पर पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया पंजाब में जब आम आदमी पार्टी की सरकार है तो सरकार प्रदूषण कम करने के लिए कुछ क्यों नहीं कर रही है।

सरकार व्यापारियों के खिलाफ है:

वहीं फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा ने केजरीवाल सरकार के इस फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई है और सरकार पर आरोप लगाया है कि जब भी कोई त्यौहार आता है तो सरकार व्यापारियों के खिलाफ इस तरह के आदेश ले आती है। पम्मा ने कहा कि नेताओं की रैलियों में तो वे हर जगह पटाखे जला सकते हैं, लेकिन जब दिवाली या अन्य त्यौहार आते हैं तो पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। इसको लेकर व्यापारियों में काफी गुस्सा है। जबकि, दिल्ली में दूसरे राज्यों से पटाखे लाकर खुलेआम जलाए जाते हैं।

सरकार व्यापारियों के खिलाफ है:

वहीं फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा ने केजरीवाल सरकार के इस फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई है और सरकार पर आरोप लगाया है कि जब भी कोई त्यौहार आता है तो सरकार व्यापारियों के खिलाफ इस तरह के आदेश ले आती है। पम्मा ने कहा कि नेताओं की रैलियों में तो वे हर जगह पटाखे जला सकते हैं, लेकिन जब दिवाली या अन्य त्यौहार आते हैं तो पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। इसको लेकर व्यापारियों में काफी रोष है। जबकि, दूसरे राज्यों से दिल्ली में पटाखे लाकर खुलेआम जलाए जाते हैं। 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा प्रतिबंध: बता दें, दिल्ली सरकार ने सर्दियों में प्रदूषण को रोकने के लिए पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। पिछले साल भी दिल्ली सरकार ने सर्दियों में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। दिल्ली में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पटाखों की ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा।