‘राहुल गांधी और कांग्रेस आरक्षण के नाम पर देशवासियों को गुमराह कर रहे हैं’. गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर लगाया आरोप
भारत जहां एक तरफ गर्मी की वजह से पारा बढ़ रहा है. तो वहीं, दूसरी चरफ चुनाव की वजह से सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है. सभी पार्टियों के बीच आरोप और प्रत्यारोप का दौर जारी है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ओरोप लगाते हुए कहा कि अगर तीसरे बार बीजेपी और नरेंद्र मोदी की सरकार चुन कर दोबारा देश में वापस आती है. तो वो पिछड़ो और आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण को खत्म कर देंगे. केवल राहुल ही नहीं, कांग्रेस के कई नेता बीजेपी इस तरह के आरोप अपनी रैलियों और जनसभा में भाषण देते वक्त लगाते आए है.
इसका जवाब देते केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी सांसद अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी आरक्षण के मुद्दे पर देशवासियों को झूठ बोलकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. देश में पिछले दस साल से बीजेपी सरकार चल रही है. दोनों बार बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है. अगर बीजेपी की मनसा में आरक्षण को खत्म करना होता. तो वह कब का आरक्षण खत्म कर देती. बल्कि नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को गरंटी दी है, कि जब तक देश में नरेंद्र मोदी की सरकार है. तब तक कोई भी देश के आरक्षण को हाथ नहीं लगा सकता है.
उन्होंने आगे कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं देश की जानता को बताना चाहूंगा. कि कांग्रेस की सरकारों ने हमेशा देश के ओबीसी एससी और एसटी के आरक्षण पर हमला किया है. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार आई. तो उसने 4 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था अल्पसंख्यकों के लिए की और आंध्र प्रदेश में भी जब उनकी सरकार आई. तो 5 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था अल्पसंख्यकों की गई. दोनों प्रदेश में किसके आरक्षण से काट कर अल्पसंख्यकों आरक्षण दिया गया. ओबीसी, एससी और एसटी के आरक्षण से कटौती की गई.
उन्होंने कहा जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आज भी ओबीसी, एससी और एसटी सुमदाय के लोग आरक्षण से वंचित है. ये सिर्फ कांग्रेस की नीतियों का ही परिणाम है. उन्होंने कहा कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ा का विरोध किया और बाबा साहब अंबेडकर जैसे महान नेता को परेशान किया. कांग्रेस सरकार में आदिवासियों को कभी न्याय नहीं मिला. बल्कि नरेंद्र मोदी ने ही द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर आदिवासियो को न्याय दिया.