Janmashtami In Bihar: कलयुग में क्यों हो गई कन्हैया को जेल, राधा संग जेल में हैं बंद
छह साल पहले एक मई 2018 को विक्रमपुर मोड़ स्थित घुटेश्वरनाथ महादेव मंदिर के कुएं में मूर्ति मिली थी। माना जा रहा है कि पुलिस के डर से मूर्ति चोरों ने इसे कुएं में फेंक कर भाग गये।
देश आज जन्माष्टमी का त्योहार मना रहा है। कथाओं में वर्णित है कि भगवान कृष्ण का जन्म राजा कंस के कारागार में हुआ था। मगर विडंबना देखिए बिहार की एक जेल में भगवान कृष्ण राधा संग जेल में सजा काटने को मजबूर हैं। जहां एक ओर देश-विदेश के तमाम कृष्ण मंदिरों को सजाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर भगवान कृष्ण और राधा जेल के मालखाने से अपने भक्तों की राह निहार रहे हैं कि शायद कोई आएगा और उनको यहां से लेकर जाएगा।
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कैसे हुई कृष्ण भगवान को जेल ?
छह साल पहले एक मई 2018 को विक्रमपुर मोड़ स्थित घुटेश्वरनाथ महादेव मंदिर के कुएं में मूर्ति मिली थी। माना जा रहा है कि पुलिस के डर से मूर्ति चोरों ने इसे कुएं में फेंक कर भाग गये। पुलिस ने मूर्ति तो बरामद कर ली, लेकिन उसे वापस मंदिर में स्थापित करने के बजाय थाने के मालखाने में रख दिया। तब से श्री कृष्ण और राधा की मूर्ति गोदाम में बंद है। अब भक्तों को उम्मीद है कि जल्द ही कोई मुक्तिदाता आएगा और भगवान को इस 'कैद' से मुक्ति मिल जाएगी।
लोगों का कहना है कि सबसे बड़ी विडंबना यह है कि जिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्वयं जेल में हुआ था और उन्होंने खुद को कंस की जेल से मुक्त कराया था, उनकी मूर्ति पुलिस की 'कारागार' में बंद है। लोगों का कहना है कि पुलिस को इस मामले में जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करनी चाहिए और मूर्ति को वापस मंदिर में स्थापित करना चाहिए।