MP में कांटे का मुकाबला, 6 सीटों पर सबकी नजर, बीजेपी-कांग्रेस में बड़ी टक्कर
आज पहले चरण में मध्य प्रदेश की छह सीटों पर मतदान हुए, जिस पर सभी पार्टियों की नजर है। छह सीटों पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। प्रथम चरण की सभी 6 लोकसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने इन सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। मध्य प्रदेश में पहले चरण की वोटिंग को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए कांटे की टक्कर है। छह सीट पर 88 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत अजमा रहे हैं।
आज पहले चरण में मध्य प्रदेश की छह सीटों पर मतदान हुए, जिस पर सभी पार्टियों की नजर है। छह सीटों पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। प्रथम चरण की सभी 6 लोकसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने इन सीटों को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। मध्य प्रदेश में पहले चरण की वोटिंग को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए कांटे की टक्कर है। छह सीट पर 88 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत अजमा रहे हैं।
बीजेपी-कांग्रेस का कड़ा मुकाबला
पहले चरण में विध्य-महाकोशल की सभी सीट पर प्रमुख रूप से भाजपा-कांग्रेस के बीच मुकाबला माना जा रहा है। जबलपुर संसदीय सीट पर भाजपा-कांग्रेस में प्रमुख मुकाबला है। दोनों ही दल ने नया चेहरा उतारा है। जबलपुर लोकसभा सीट पर साल 1996 से बीजेपी का कब्जा है।
कांग्रेस का अभेद्य किला
देश भर की नजर प्रदेश की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा सीट पर है, जिसे कांग्रेस का अभेद्य किला माना जाता है। इस सीट पर कांग्रेस अब तक सिर्फ एक बार चुनाव हारी है। वर्ष 2014 और 2019 की मोदी लहर में भी यहां से कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। यहां कांग्रेस से पूर्व सीएम कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं। दोनों प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दल के अलावा कुल 15 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में है।
नक्सल प्रभावित बालाघाट में आदिवासी बाहुल्य और नक्सल प्रभावित सीट में आज लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हुआ। इस बार भी इस सीट से त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला। भाजपा ने नगर पालिका बालाघाट के वार्ड पार्षद और पूर्व जिला पंचायत सदस्य को टिकट दे कर मैदान में उतारा है। मंडला संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते और कांग्रेस प्रत्याशी ओंकार सिंह मरकाम के बीच ही सीधा मुकाबला है। संसदीय क्षेत्र सीधी में भाजपा के डॉ राजेश मिश्रा और कांग्रेस के कमलेश्वर पटेल के बीच सीधा मुकाबला है। अजय प्रताप सिंह राज्यसभा सदस्य भाजपा टिकट नहीं मिलने से बगावत कर मैदान में हैं।
मध्य प्रदेश के संसदीय क्षेत्र सीधी, सीधी संसदीय सीट में तीन जिले की विधानसभा शामिल हैं। इस बार चुनाव मैदान में सिंगरौली जिले के सात, सीधी के सात शहडोल जिले के व्यौहारी विधानसभा के दो व मैहर जिले का एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वर्ष 2019 में संसदीय क्षेत्र में 26 प्रत्याशी मैदान में थे, इस बार आठ प्रत्याशी घटकर सिर्फ 17 ही रह गए हैं। तीनों जिले के आठ विधानसभा में सात पर भाजपा के विधायक हैं। जबकि चुरहट विधानसभा में कांग्रेस से विधायक हैं। इस सीट पर वर्ष 2009 से लगातार भाजपा के कब्जे में है। हाल ही में हुए विधानसभा में सांसद रीती पाठक को सीधी विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा गया था। चुनावों में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 1 जून को हो जाएगा।