बीआरएस नेता के कविता तिहाड़ जेल से आईं बाहर, इस वजह से थीं जेल में
बीआरएस कार्यकर्ता और समर्थक जो उनके स्वागत के लिए जेल के बाहर एकत्र हुए थे, उन्होंने जेल परिसर से बाहर निकलते ही ढोल बजाए और पटाखे फोड़े।
बीआरएस नेता के कविता जिन्हें इस साल मार्च में गिरफ्तार किया गया था उन्हें कथित दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के कुछ घंटों बाद मंगलवार देर शाम यहां तिहाड़ जेल से बाहर आ गईं।
इसे भी पढ़िये - Bihar News: दबंगों की शर्मनाक करतूत, चोरी के शक में युवक को दी तालिबानी सजा, प्राइवेट पार्ट में लाल मिर्च भरी
बीआरएस कार्यकर्ता और समर्थक जो उनके स्वागत के लिए जेल के बाहर एकत्र हुए थे, उन्होंने जेल परिसर से बाहर निकलते ही ढोल बजाए और पटाखे फोड़े।
5 महीने से थीं जेल में
कविता के भाई और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव भी मौजूद थे। कविता को तिहाड़ की जेल नंबर 6 से रिहा कर दिया गया, जहां वह करीब पांच महीने से बंद थीं। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें 15 मार्च को हैदराबाद में बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था और सीबीआई ने उन्हें 11 अप्रैल को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था।
मंगलवार को जमानत देते हुए न्यायमूर्ति बी आर गवई और के वी विश्वनाथन की शीर्ष अदालत की पीठ ने कहा कि कविता लगभग पांच महीने से हिरासत में थी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उसके खिलाफ जांच की जा रही थी वो अब पूरी हो गई है।