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Ratan Tata ने बेजुबान के प्यार में ठुकराया Prince Charles से मिलने वाला अवॉर्ड, ये गजब का किस्सा कर देगा हैरान !

रतन टाटा न केवल एक सफल बिजनेसमैन थे बल्कि एक बेहतरीन व्यक्तित्व के धनी भी थे। इसी से जुड़ा एक किस्सा है जब रतन टाटा अपने पालतू कुत्ते के लिए इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स से पुरस्कार लेने नहीं गए थे।

Ratan Tata ने बेजुबान के प्यार में ठुकराया Prince Charles से मिलने वाला अवॉर्ड, ये गजब का किस्सा कर देगा हैरान !

देश के सबसे प्रसिद्ध बिजनेसमैन और टाटा ग्रुप के मानद चेयरमैन रतन टाटा का कल देर रात यानी 9 अक्टूबर को निधन हो गया। 86 वर्षीय रतन टाटा को खराब स्वास्थ्य के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां कल देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। रतन टाटा 1990 में ग्रुप के चेयरमैन बने थे। इसके बाद वे 22 साल यानी 2012 तक इस पद पर रहे।

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उनके कार्यकाल में टाटा ग्रुप ने नई ऊंचाइयों को छुआ। रतन टाटा न केवल एक सफल बिजनेसमैन थे बल्कि एक बेहतरीन व्यक्तित्व के धनी भी थे। इसी से जुड़ा एक किस्सा है जब रतन टाटा अपने पालतू कुत्ते के लिए इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स से पुरस्कार लेने नहीं गए थे। भारतीय व्यवसायी, स्तंभकार और अभिनेता सुहैल ने एक वीडियो में इस घटना के बारे में बात की है।

प्रिंस चार्ल्स से मिलने वाला था लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

रतन टाटा भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर हैं। इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए उन्हें दुनिया भर से कई अवॉर्ड मिल चुके हैं। साल 2018 में ब्रिटेन के तत्कालीन प्रिंस चार्ल्स तृतीय ने उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड देने के लिए बकिंघम पैलेस में आमंत्रित किया था। इसके लिए एक पूरा समारोह भी आयोजित किया गया था। रतन टाटा ने प्रिंस चार्ल्स के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और लंदन आने के लिए तैयार हो गए। लेकिन कुछ ऐसा हुआ जिसकी वजह से वे अवॉर्ड लेने नहीं जा पाए।

बीमार कुत्ते के कारण अवॉर्ड लेने नहीं गए

भारतीय व्यवसायी, स्तंभकार और अभिनेता सुहेल सेठ ने एक वीडियो में इस घटना के बारे में बात की और बताया कि उन्हें भी रतन टाटा के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड समारोह में भाग लेने के लिए लंदन जाना था। 6 फरवरी को होने वाले इस कार्यक्रम के लिए वे 2 या 3 फरवरी को ही लंदन पहुंच गए थे। जब उनकी फ्लाइट लंदन एयरपोर्ट पर उतरी और उन्होंने अपना मोबाइल ऑन किया तो उन्होंने देखा कि उनके फोन पर रतन टाटा की 11 मिस्ड कॉल थीं।

आगे बोलते हुए सुहैल सेठ कहते हैं कि इतने सारे मिस्ड कॉल देखकर वे हैरान रह गए, उन्होंने तुरंत रतन टाटा को फोन किया। फोन पर रतन टाटा ने सुहैल से कहा कि वे पुरस्कार लेने नहीं आ सकते क्योंकि उनके कुत्तों में से एक टैंगो और टीटो बहुत बीमार है। इसके बाद सुहैल ने टाटा से कहा कि प्रिंस चार्ल्स ने आपके लिए ये लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड कार्यक्रम आयोजित किया है। लेकिन इसके बावजूद रतन टाटा नहीं आए।

प्रिंस चार्ल्स भी प्रशंसक बन गए

जब प्रिंस चार्ल्स को इस बारे में पता चला तो वे रतन टाटा से काफी प्रभावित हुए। सुहैल सेठ ने बताया कि प्रिंस चार्ल्स ने रतन टाटा की तारीफ करते हुए कहा कि इंसान ऐसा ही होना चाहिए, रतन टाटा एक कमाल के इंसान हैं, रतन टाटा की इसी आदत की वजह से आज टाटा ग्रुप इस मुकाम पर है।