Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

Haryana Election Result: बीजेपी के लिए कैसे 'हनुमान' साबित हुए सतीश पूनिया, इस मास्टरप्लान से पलट दी बाजी

 Haryana Vidhan Sabha Chunav Result 2024: हरियाणा में BJP की जीत के पीछे सतीश पूनिया की मास्टर स्ट्रेटेजी। जानिए कैसे पूनिया ने कांग्रेस को पटकनी देकर बीजेपी को तीसरी बार सत्ता दिलाई। 

Haryana Election Result: बीजेपी के लिए कैसे 'हनुमान' साबित हुए सतीश पूनिया, इस मास्टरप्लान से पलट दी बाजी

हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने के बाद भले बीजेपी गदगद हो लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा सतीश पूनिया की हो रही है। जिन्हें लोकसभा चुनावों के बाद हरियाणा की जिम्मेदारी सौंपते हुए आलाकमान ने प्रभारी बना दिया था। जब से हरियाणा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था, सतीश पूनिया यहीं पर डेरा डाले हुए थे। जिसके नतीजा अब सभी के सामने है। एग्जिट पोल से लेकर शुरुआती रुझानों में पीछे चल रही बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है। राजनीतिक एक्सपर्ट्स भी बीजेपी की जीत की हैट्रिक का पूरा श्रेय सतीश पूनिया को दे रहे हैं। 

ये भी पढ़ें- Vinesh Phogat: राजनीतिक दंगल में विनेश का जलवा, बीजेपी-JJP से लेकर AAP को किया दंगल में ऐसे चित !

लोकसभा चुनावों के बाद हरियाणा की जिम्मेदारी

सतीश पूनिया राजस्थान के शीर्ष नेताओं में शामिल हैं। हालांकि राजस्थान विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था,जिसके बाद से ही जाट लीडरशिप में सेमेंथी कार्ड था। जिसका फायदा उठाते हुए बीजेपी ने उन्हें हरियाणा की जिम्मेदारी सौंपी। पूनिया ने सियासी अनुभव का उदाहरण पेश करते हुए खास रणनीति बनाई और अपनी सूझबूझ से विरोधियों को चित्त कर दिया। कहा तो ये भी जा रहा है पार्टी के अंदर सतीश पूनिया ने अन्य जाट नेताओं के साथ समन्वय स्थापित किया। जिसका सीधा असर चुनाव में दिखा। 

सतीश पूनिया का मास्टरप्लान आया काम

बता दें, हरियाणा चुनाव में प्रचार के लिए सतीश पूनिया ने तीन स्तरीय प्लान तैयार किया था। जहां पहला चरण में जिम्मेदारी बीजेपी कार्यकर्ताओं को सौंपी। दूसरी चरण में कमान पार्टी प्रभारियों ने संभाली वहीं तीसरे स्तर में वरिष्ठ और आलाकमान मैदान में उतरे। ये प्लान 90 विधानसभा सीटों पर अपनाया गया। जिसके चलते सतीश पूनिया कांग्रेस के आरक्षण खत्म करने वाले नेरेटिव तोड़ने में सफल रहे। इससे इतर बबीता फोगाट का लगातार सक्रिय रहना भी सतीश पूनिया के प्लान का हिस्सा रहा और वह पहलवानों का विश्वास जीतने में कामयाब रहे। हुड्डा-शैलजा विवाद का फदाया भी चुनावी कैंपने में बीजेपी ने जमकर उठाया।