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Rajasthan News: एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने पकड़ा 37 हजार रुपये का इनामी अपराधी, 16 साल से चल रहा था फरार

एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने भीलवाड़ा जिले के मांडल थाना क्षेत्र में 16 वर्षों से फरार चल रहे 37 हजार रुपये के इनामी स्थाई वारंटी नारायण जाट को गिरफ्तार किया है। नारायण जाट एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के कई मामलों में वांछित था, जिसमें वह पुलिस को लगातार चकमा देने में सफल रहा।

Rajasthan News: एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने पकड़ा 37 हजार रुपये का इनामी अपराधी, 16 साल से चल रहा था फरार

एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की टीम ने भीलवाड़ा जिले के मांडल थाना क्षेत्र में 16 वर्षों से फरार चल रहे 37 हजार रुपये के इनामी स्थाई वारंटी नारायण जाट को गिरफ्तार किया है। नारायण जाट एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के कई मामलों में वांछित था और पिछले लंबे समय से पुलिस को चकमा देने में सफल रहा।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध, श्री दिनेश एमएन ने जानकारी दी कि नारायण जाट पर 2008 में भीलवाड़ा के आसींद थाना और 2009 में चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा थाना में एनडीपीएस एक्ट के मामले दर्ज हैं।

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35 हजार का इनामी था अपराधी 

इसके अलावा, 2018 में जोधपुर ग्रामीण जिले के बालेसर थाना में भी उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का मामला चल रहा है, जिसमें उस पर 35 हजार रुपये का इनाम रखा गया है। हाल ही में, भीलवाड़ा के आसींद थाना में 2023 में आर्म्स एक्ट के तहत भी उसके खिलाफ 2000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एडीजी ने बताया कि राज्य में वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें उपमहानिरीक्षक पुलिस श्री योगेश यादव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम वर्मा के नेतृत्व में विभिन्न शहरों में गश्त कर रही हैं।

कैसे पकड़ा गया अपराधी 

पुलिस निरीक्षक श्री राम सिंह नाथावत के निर्देशन में गठित टीम को सूचना मिली थी कि नारायण जाट मध्य प्रदेश के इंदौर, धार और रतलाम की ओर भाग रहा है और वह जल्द ही भीलवाड़ा लौट सकता है। इस सूचना के आधार पर, टीम ने रणनीति बनाकर शनिवार को उसे मांडल थाना क्षेत्र में गिरफ्तार कर लिया।

कौन था टीम में शामिल 

इस कार्रवाई में कांस्टेबल गोपाल धाबाई और विजय सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। टीम में एएसआई बनवारी लाल, हेड कांस्टेबल रामनिवास, हेमंत शर्मा, राकेश जाखड़, कांस्टेबल भूपेंद्र शर्मा, गंगाराम, देवेंद्र सिंह, जितेंद्र कुमार और कांस्टेबल चालक दिनेश कुमार भी शामिल थे। इस पूरे अभियान का कुशल नेतृत्व इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत ने किया।