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बांसवाड़ा में बवाल, 'न्यूक्लियर पावर प्लांट' लगने से पहले भारी विरोध, ग्रामीणों ने फेंके पत्थर, तनाव फैला

मुआवजा देने के बाद भी जमीन खाली नहीं की जा रही थी. इस मामले को लेकर तीन जिलों की पुलिस मौके पर तैनात की गई और लोगों को यहां से हटाना पड़ा.

बांसवाड़ा में बवाल, 'न्यूक्लियर पावर प्लांट' लगने से पहले भारी विरोध, ग्रामीणों ने फेंके पत्थर, तनाव फैला

बंसबांस में प्रस्तावित प्लांटर पावर प्लांट के खिलाफ स्थानीय लोगों ने व्यापक विरोध शुरू कर दिया है. पुलिस और लोगों के बीच प्लांट के लिए जमीन खाली कराने की योजना बन गयी है. जब प्रदर्शन कर रहे स्थानीय लोगों ने पुलिस के ख़िलाफ़ अनैच्छिक कार्रवाई की तो पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया और गैस के गोले छोड़े. बांस के एक छोटे बागान में 2800 ट्रैक्टरों का पावर प्लांट लगाया जाना है। लोग यहां से दूसरी जगहों पर जा रहे थे.

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ज्यादा मुआवजे को लेकर विवाद? 

कहा जा रहा है कि मुआवजा देने के बाद भी जमीन खाली नहीं की जा रही थी. इस मामले को लेकर तीन जिलों की पुलिस मौके पर तैनात की गई और लोगों को यहां से हटाना पड़ा. इस प्लांट की आधारशिला अगस्त में रखी जानी थी. इस कारण इन परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। जबकि स्थानीय लोग लगातार अधिक मुआवजे की मांग कर रहे थे और दूसरी जगह शिफ्ट होने से इनकार कर रहे थे.

लोगों ने पथराव भी किया

सुबह से ही लोगों की भीड़ जमा हो गयी. सुबह करीब साढ़े दस बजे यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और पैदल चलने लगे। विरोध को देखते हुए जब पुलिस ने विरोध शुरू किया तो चुनाव शुरू करा दिया. इस लेख में क्यू रिट का युवक कल्पेश गरासिया घायल हो गया, उसके सिर पर पत्थर लगा। उन्हें बांस स्थित एमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक गोदामकर्मी और एक कांस्टेबल भी घायल हो गए।

क्यों भड़के ग्रामीण?

जानकारी के मुताबिक मांग पूरी होने से पहले ही विस्थापन शुरू हो गया, इसी वजह से ग्रामीण नाराज हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे विस्थापित नहीं होंगे. इलाके के एसपी हर्षवर्द्धन अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल मौके पर शांति है और पुलिस-प्रशासन अपना काम कर रहा है.