Devdas Murder Case: स्कूल से बच्चों को लाते वक्त हुई थी हत्या, दो साल बाद मिला न्याय, दोषियों को मिली कड़ी सजा
घटना उस समय की है जब देवदास स्कूल से अपने बच्चों को लेकर घर लौट रहा था। रास्ते में घात लगाकर बैठे आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया और बुरी तरह पीटा। गंभीर रूप से घायल देवदास ने अगले दिन उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
धौलपुर के राजाखेड़ा में दो साल पहले हुई एक दर्दनाक हत्या के मामले में आज न्याय की देवी ने अपना फैसला सुना दिया। अक्टूबर 2021 में देवदास नामक व्यक्ति की बेरहमी से की गई हत्या के मामले में एडीजे कोर्ट ने दो महिलाओं सहित सात लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही, सभी दोषियों पर 10-10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
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क्या था पूरा मामला
घटना उस समय की है जब देवदास स्कूल से अपने बच्चों को लेकर घर लौट रहा था। रास्ते में घात लगाकर बैठे आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया और बुरी तरह पीटा। गंभीर रूप से घायल देवदास ने अगले दिन उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। मृतक की पत्नी मंजू देवी की शिकायत पर राजाखेड़ा थाने में मामला दर्ज किया गया था।
हत्यारों को सजा-ए-मौत
पुलिस द्वारा इकट्ठे किए गए सबूतों और अपर लोक अभियोजक कृष्णकांत शर्मा की दलीलों के आधार पर एडीजे कोर्ट की न्यायाधीश सावित्री निर्भीक आनंद ने राजाराम, उसकी पत्नी त्रिवेणी, उनके बेटे रमाकांत, गोवर्धन, रमाशंकर और रामवतार, तथा उमाशंकर की पत्नी प्रियंका को इस जघन्य अपराध का दोषी पाया।
न्याय की जीत
ये फैसला देवदास के परिवार के लिए न्याय की एक किरण लेकर आया है और समाज में एक सख्त संदेश देता है कि हिंसा और अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रिपोर्ट – राहुल शर्मा