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डिंपल मीणा को मिले इंसाफ, न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता, CBI जांच की उठाई मांग

Dimple Meena murder case: राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन में 10 साल की मूक-बधिर बालिका की मौत के मामले में न्याय की मांग जारी है। प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और युवाओं ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सड़क पर धरना भी दिया और डीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की सीबीआई जांच की मांग की।

डिंपल मीणा को मिले इंसाफ, न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता, CBI जांच की उठाई मांग
Dimple Meena murder case

डिंपल मीणा मर्डर केस: राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन में 10 साल की मूक-बधिर बालिका की मौत के मामले में न्याय की मांग जारी है। प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और युवाओं ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सड़क पर धरना भी दिया और डीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की सीबीआई जांच की मांग की।

केस को लेकर पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल!

डिंपल मीणा केस में पुलिस पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। धरने में शामिल लोगों ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में पुलिस के जरिए निष्पक्ष जांच नहीं की गई। ऐसे में मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। इससे पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजकीय पीजी कॉलेज के पीछे आक्रोश सभा का भी आयोजन किया। इस बैठक को करौली-धौलपुर के नवनिर्वाचित सांसद भजनलाल जाटव, हिंडौन विधायक अनिता जाटव ने संबोधित किया। इन सभी ने पुलिस पर निष्पक्ष जांच न करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

क्या है डिंपल मीणा मर्डर केस?

राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन में 10 साल की मूक बधिर मासूम को 9 मई को हिंडौन नई मंडी थाना क्षेत्र से गुजर रही रेलवे लाइन के पास जली हुई अवस्था में पाया गया था। बच्ची को ईलाड के लिए हिंडौन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसकी गंभीर अवस्था को देखते हुए उसे जयपुर के लिए रैफर कर दिया। लेकिन जयपुर में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

जहर देकर की बच्ची की हत्या

लेकिन बाद में सामने आया कि मासूम को ईलाज के दौरान जहर दिया गया था, पोस्टमार्टम करने वालों डॉक्टरों ने बात सभी के सामने रखी। इस मामले के लिए SIT से जांच कराई गई थी, जिसमें मूक-बधिर बालिका को उपचार के दौरान कीटनाशक देने, घटना के तथ्य छिपाने तथा पुलिस को गुमराह करने के आरोप में बालिका के मामा और माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अभी भी पूरी तरह चीजे अस्पष्ट होने के कारण मामले की CBI जांच की मांग की जा रही है।